विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल ने सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए किया विशेष कक्षाओं का आयोजन
बच्चों को मॉर्डन एजुकेशन उपकरणों और वातावरण से कराया अवगत
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 20 फरवरी: विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल द्वारा Govt. School तिगांव के छात्रों के लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन किया गया। इसका उद्वेश्य सरकारी स्कूल के बच्चों को भी मार्डन एजुकेशन सिस्टम से रूबरू करना था। गर्वनमेंट स्कूल के छात्र लेक्चर्रार सुनील नागर के मार्गदर्शन में विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल पहुंचे।
स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव का कहना है कि प्रदेश सरकार शिक्षा में सुधार के लिए अनेक प्रयास कर रही है। इसी के अंतर्गत प्राइवेट स्कूलों द्वारा सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए गेस्ट क्लासिज़ लगाने का अभियान शुरू किया गया है ताकि गर्वनमेंट स्कूल के छात्र भी मार्डन एजुकेशन के वातावरण और उपकरणों को समझें और उनका आत्मविश्वास बढ़े। यह एक अच्छी पहल है और इसी को सफल बनाने के लिए स्कूल में आज गर्वनमेंट स्कूल तिगांव के छात्रों के लिए कक्षाओं का आयोजन किया गया है।
श्री यादव ने कहा कि यह उनके लिए गर्व और सम्मान की बात है कि तिगांव क्षेत्र में प्रदेश सरकार के इस अभियान के लिए विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल को चुना गया है। इस दौरान छात्रों के लिए विभिन्न एक्टिविटीज का आयोजन किया गया जिसमें उन्हें कम्प्यूटर लैब, साइंस लैब और लेंग्वेज लैब दिखाई गईं। बच्चों को डिजिटल क्लासरूम में पढ़ाया गया। साथ ही बच्चों को एग्रीकल्चर से जुड़ी जानकारियां दी गईं। इस दौरान बच्चों को आधुनिक खेल नर्सरी, सुंदर प्ले ग्राउण्ड में खेलने एवं और म्यूजिक यंत्रों से रूबरू होने का अच्छा अवसर उपलब्ध हो सका। क्लासिज के दौरान छात्रों के लिए एक विशेष मोटीवेशेनल लेक्चर रखा गया जिसमें बच्चों को भविष्य में आत्मविश्वास के साथ आगे बढऩे, जीवन में सफल होने और विभिन्न लाइफ स्किलस की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर स्कूल के अकेडमिक डॉयरेक्टर सीएल गोयल, डॉयरेक्टर शम्मी यादव, योगेन्द्र चौहान एवं अन्य अध्यापकों ने बड़े उत्साह के साथ बच्चों को पढ़ाया और उनके साथ अपने अनुभव बांटे।
गौरतलब है कि विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित स्कूल है जो क्षेत्र में शिक्षा के प्रोत्साहन के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। इसी के अंतर्गत स्कूल के द्वारा छात्राओं को स्कॉरशिप एवं फ्री एडमीशन जैसी अनेक योजनाएं चलाई जाती हैं