मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद,13 अप्रैल: विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल तिगांव शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए जाना जाता है। कुशल मार्गदर्शन और युवा सोच के जरिए स्कूल प्रशासन बच्चों की प्रतिभा को संवारने के लिए नित नए प्रयास करते रहते हैं। इसी कड़ी में स्कूल द्वारा स्कूल छात्रों के लिए एक एजुकेशनल ट्रिप आयोजित की गई जिसके अंतर्गत बच्चों को कृषि फार्म की विजिट कराई गई। इस दौरान बच्चों को विशेष रूप से पॉलीहाउस फार्मिंग एवं कृषि से जुड़ी अन्य रोचक जानकारी उपलब्ध करवाई गई। ट्रिप के बारे में जानकारी देते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर शशीयादव ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। हमारे जीवन में भी फॉर्मिंक एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है इसलिए इसके बारे में जानकारी होना भी आवश्यक है। नित नई उन्नत तकनीकों के विकास और उपभोक्ता बाजार में तेजी से हो रहे बदलावों के कारण पारंपरिक खेती में बदलाव कर युवा इसे करियर के रूप में भी अपना रहे हैं। इसलिए छात्रों को भी इसकी जानकारी होनी चाहिए। इसी सोच के आधार पर बच्चों को यह विजिट कराई गई।
इस मौके पर श्री यादव ने कहा कि अन्य क्षेत्रों की तरह ही फॉर्मिंग में भी नई तकनीकों का इस्तेमाल कर और सही जानकारी के साथ युवा अपना करियर बना सकते हैं और पारंपरिक किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। बस जरूरत है सही जानकारी और बदलाव को स्वीकार करने की। खेती में उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए हमें नई तकनीकी को अपनाना होगा। किसान वैज्ञानिक तरीके अपना कर उद्यान, कृषि के क्षेत्र में दो गुना से ज्यादा उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकते हैं। हमें जैविक खेती को अपनाना होगा जिससे खेती की उर्वरा शक्ति बनी रहे। साथ ही जन-संचय के लिए पानी को इक्ठ्ठा कर खेतों की सिंचाई करनी होगी। नई पौध को तैयार करने लिए पॉली हाउस लगाने होंगे।
इस विजिट के दौरान फार्म के मालिक पवन यादव ने बच्चों से अपने अनुभव बांटे और उन्हें कृषि की तकनीक पॉली हॉउस के बारे में जानकारी दी। श्री यादव ने बच्चों को बताया कि चाहे बारिश हो या लू या फिर पाला। फूलों व सब्जियों की फसल को इनसे कोई नुकसान नहीं। इसमें पॉली हाउस तकनीक उपयोगी साबित होती है। एक पॉली हाउस में पांच बीघा (एक एकड़) खेती होती है। एक चिह्नित जमीन के टुकड़े को पॉलीथीन के माध्यम से कवर किया जाता है। इसमें जिस फसल का बीज डालना होता है, इसके आधार पर ही पॉलीथीन के अंदर की मिट्टी को तैयार किया जाता है, बाहरी वातावरण के विपरीत भी हम बीज से तैयार होने वाली खेती पॉली हाऊस के माध्यम से कर सकते हैं। इससे किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। पॉली हॉऊस के माध्यम से विभिन्न प्रकार के फूलों, शिमला मिर्च, मशरूम आदि की पैदावार की जा सकती है जो काफी फायदेमंद होती है।





