मैट्रो प्लस से महेश गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद,17 अप्रैल: देश में बच्चियों व महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों बलात्कारों व हत्याओं के विरोध में जिला महिला कांग्रेस की महिलाओं ने सैक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय पर एकत्रित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विशाल प्रदर्शन किया। महिला कांग्रेस ने काला दिवस्य घोषित किया। सभी महिलाओं ने माथे पर काली पट्टियां बांधकर रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक शारदा राठौर जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष साधना सिंह ने किया।
इस प्रदर्शन की विशेषता यह रही कि महिला कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के पुतले को पहले चूडियां पहनाई और फिर उसे जलाया। महिलाओं कार्यकर्ताओं में इतना आक्रोश था कि वह लघु सचिवालय में ज्ञापन देने के लिए घुसने का प्रयास करने लगी, जिन्हें रोकने के लिए एसएचओ सेंट्रल राजदीप मोर व एसीपी पूजा डाबला के नेतृत्व में भारी बल तैनात था। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओ व पुलिस कर्मचारियों के बीच जमकर नोंकझोंक भी हुई।
इस मौके पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए शारदा राठौर ने कहा कि भाजपा शासन में बच्चियों और महिलाओं के साथ बर्बरतापूर्ण दुष्कर्म और हत्याओं की घटनाओं ने पूरे देश व मानवता को शर्मसार करके रख दिया है। बलात्कारियों को कानून का कोई डर नहीं है, वे खुलेआम घूम रहे हैं और भाजपा सरकार बलात्कारियों की मदद कर रही है। उन्होंनें कहा कि देश में जंगलराज कायम हो गया है, मौजूदा भाजपा सरकार महिला जाति के लिए अभिशाप बन गई है। जहां 8 साल की आशिफा से हुई दरिंदगी ने सारी हदें पार कर दी है वहीं उन्नाव के बलात्कारी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भाजपा ने अभी तक पार्टी से नहीं निकाला है। ऐसे भय और अपराध के वातावरण में महिलाओं व बच्चियों का सांस लेना दूभर हो गया है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा सरकार के राज में महिला जाति की इज्जत व जान दोनों खतरे में है। जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष साधना सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि जनता से मोदी ने मेक इन इंडिया का वादा किया था लेकिन इसे रेप इन इंडिया दे दिया। महिला कांग्रेस इन अपराधियों के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को महामहिम राष्ट्रपति के लिए ज्ञापन दिया और ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी के इस्तीफे की मांग की। इस प्रदर्शन में जहां बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ताओं ने भाग लिया वही कुछ बच्चियों ने भी प्रदर्शन में भाग लिया।