मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 12 सितम्बर: राजनीति का ये कैसा सामंजस्य है। शहर में एक तरफ तो निकल रही है कांग्रेस की साईकल यात्रा और दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार में राज्यमंत्री रहे प.शिवचरण लाल शर्मा की अंतिम शवयात्रा, ये समझ से परे है। साईकल यात्रा तो निकाल रहे हैं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ०अशोक तंवर और दूसरी तरफ अंतिम शवयात्रा निकल रही है कांग्रेस शासन की हुड्डा सरकार में हरियाणा के श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रहे प.शिवचरण लाल शर्मा की।
वैसे तो किसी भी राजनीतिज्ञ के निधन पर शोक प्रकट किया जाता है और उसके कद/वजूद के मुताबिक छुट्टी भी की जाती है। यहां तक कि विधानसभा का सेशन/सत्र तक भी स्थगित कर दिया जाता है। लेकिन यहां ऐसा कुछ नही हुआ। वैसे तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ०अशोक तंवर अपने समर्थकों के साथ अपनी साईकल यात्रा शुरू करने से पहले करीब 11 बजे पूर्व राज्यमंत्री प.शिवचरण लाल शर्मा के घर उनके निधन पर शोक प्रकट करने तो पहुंचे लेकिन उन्होंने अपनी साईकल यात्रा को स्थगित नहीं किया। इसका क्या कारण है ये तो वो ही जाने लेकिन दबी जबान में चंद कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि मौके की नजाकत को देखते हुए ऐसे समय में प्रदेश अध्यक्ष को यह साईकल यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए थी, वहीं कुछेक कांग्रेसियों का इस बारे में कहना था कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ०अशोक तंवर पूर्व राज्यमंत्री प.शिवचरण लाल शर्मा को कांग्रेस में मानते ही नहीं हैं। इसलिए ही शायद उन्होंने अपनी पार्टी की यह साईकल यात्रा स्थगित नही की।
जो भी हो, जिस तरह से कांग्रेस पार्टी की साईकल यात्रा और पूर्व मंत्री की शवयात्रा शहर में साथ-साथ निकल रही है, पार्टी में इसको लेकर एक अजीब सी बहस शुरू हो गई है। लोगों को इस मामले में कांग्रेस का कल्चर समझ नहीं आ रहा है।