मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 27 सितम्बर: एन.एच-3 स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज में विश्व पर्यटन दिवस पर ग्रामीण परिवेश के रंग में सराबोर मेले का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया इस दौरान इनका उत्साह देखते ही बन रहा था मेले का थीम मेरा गांव मेरा रोजगार था।
मेले का शुभारंभ बडख़ल से विधायक सीमा त्रिखा, मेयर सुमन बाला, पार्षद मनोज नसवा, कॉलेज प्राचार्य डॉ० सतीश अहूजा कार्यक्रम के समन्वयक डॉ० सुनीता आहूजा, प्रो० मुकेश बंसल आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस दौरान छात्रों ने ऊंट की सवारी, घोड़े की सवारी, साईकिल की सवारी, गिल्ली डंडे, कंचे आदि की पूरे परिवेश को ग्रामीण रंग दिया गया था। प्राचार्य डॉ सतीश अहूजा ने कहा कि वर्तमान वैश्वीकरण के युग में जहां एक ओर हमारा देश निरंतर तकनीकी क्षेत्र में उन्नति कर रहा है वहीं दूसरी और मानवीय संसाधनों पर निर्भरता निरंतर कम होती जा रही। जिसके परिणाम स्वरूप न केवल शहरों में बल्कि गांव में भी लोग बेरोजगार होते जा रहे हैं। गांव से लोग शहरों की ओर रोजगार की तलाश में पलायन करते जा रहे हैं। बेरोजगारी की समस्या का हल ढूंढने के लिए कॉलेज के पर्यटन विभाग ने ग्रामीण पर्यटन की थीम पर द ग्रेट इंडिया विलेज मेले का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पर्यटन के माध्यम से रोजगार सृजन की दिशा में पहल करने का एक सार्थक प्रयास है।
सीमा त्रिखा ने बेहतर आयोजन के लिए आयोजकों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि इस तरह के मेले के निरंतर होते रहने की आवश्यकता है जिससे छात्र अपने ग्रामीण परिवेश से जुड़ते हैं साथ ही उन्हें रोजगार का जरिया भी दिखता है। मेले में गिल्ली डंडा, पि_ू, कबड्डी, कंचे, गुलेल, कुश्ती आदि का भी आयोजन किया गया। दर्शकों ने मेले में ऊंट घोड़े और साइकिल की सवारी का भी आनंद लिया। मनोरंजन के लिए नृत्य एवं गायन की रंगा-रंग प्रस्तुतियां ढोल और डीजे का भी प्रबंध किया गया। कार्यक्रम में आकर्षण का मुख्य केंद्र चौपाल एवं सेल्फी प्वाइंट रहा जहां छात्रों के साथ साथ उनके गांव से सरपंच हरियाणवी वेशभूषा में मनमोहक फोटो भी खिंचवाई। इसके अतिरिक्त मेले में मेहंदी, पगरी, कुहार का पहिया, झूला, चंपी, पतंगबाजी जैसे विभिन्न स्थानों पर भी युवा पीढ़ी ने जमकर भाग लिया। फरीदाबाद के आस-पास के विभिन्न गांव से आए सरपंच एवं युवाओं को मेरा गांव मेरा रोजगार के संदेश से अवगत कराते हुए मिला के निर्देशक संदीप मालिक, मेले के प्रबंधक अमित कुमार ने इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्वेश्य स्पष्ट किया। उन्होंने एनजीओ के द्वारा समाज के प्रति किए गए कार्यों जैसे पर्यावरण पर्यटन सुधार एवं समाज के बारे में सभी को अवगत कराया इसके के माध्यम से सभी को ग्रामीण परिवेश में रोजगार की संभावनाओं के विषय में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया। कॉलेज में मेले का आयोजन करने वाली टीम के सभी सदस्यों को बधाई दी उन्होंने कहा कि कॉलेज के छात्रों एवं शिक्षकों द्वारा गांव में लुप्त हो रही कलाओं एवं गुमनामी के दौर से गुजर रहे विभिन्न औद्योगिक क्रियाओं को पुन: उजागर कर बेरोजगारी से निकलने का एक सरल एवं सफल उपाय सबके समक्ष प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने पूरी टीम के अथक प्रयास की सराहना की और इस सफल भविष्य की शुभकामनाएं दी।