डॉ० सरिता से मिलकर संतान उत्पति ना होने से मायूस लोगों में नजर आई आशा की किरण
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 14 दिसंबर: विवाह के वर्षों बाद भी जिन दम्पतियों की संतान नहीं हो पा रही है, डॉ. सरिता से मिलकर उन्हें संतान उत्पति की किरण नजर आने लगी है। ऐसे मायूस लोगों के चेहरों पर आशा की किरण दिखाई दे रही है। Revyve IVF केयर में ऐसे दम्पतियों के लिए लगाए गए दो-दिवसीय शिविर में आये ऐसे सैंकड़ों विवाहित जोड़ों ने बच्चे न होने की परेशानियां डॉ० सरिता व उनकी टीम के समक्ष रखी। डॉ० सरिता ने उन्हें बताया की टेस्ट ट्यूब बेबी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें अधिकतर मामलों में सफलता मिलती है। ऐसे अनेक दम्पति हैं जिन्हे इस प्रक्रिया से लाभ हुआ है और उन्हें संतान प्राप्ति हुई है। डॉ० सरिता ने शिविर में आये दम्पतियों को बताया की टेस्ट ट्यूब बेबी की प्रक्रिया से होने वाले ज्यादातर बच्चे तथा माताएं स्वस्थ होते हैं।
एन.एच.-5 में खुले इस IVF केयर केंद्र के प्रांगण में लगे प्रथम शिविर में ऐसे अनेक दम्पतियों ने भाग लिया, जिनके विवाह को कई वर्ष हो चुके हैं लेकिन उनकी संतान नहीं हो पा रही, जिसकी वजह से वह मायूस से होने लगे हैं। कई पति-पत्नियों ने डॉ० सरिता को बताया कि वह इस दौरान कई डॉक्टरों के पास जा-जाकर थक चुके हैं, लेकिन उन्हें कहीं से भी कोई सुखद परिणाम नहीं मिला। डॉ० सरिता ने उन्हें विश्वास दिलाया और बताया कि आईवीएफ की प्रक्रिया से अधिकतर केसों में ऐसे मायूस हो चुके लोगों को भी स्वस्थ संतान की प्राप्ति हुई है।
डॉ० सरिता ने बताया कि वह पिछले 10 वर्षों से भी अधिक समय से नोएडा में ऐसा ही केंद्र चला रही हैं और वहां आने वाले अब तक सैंकड़ों दम्पति ऐसे हैं जिनको संतान की प्राप्ति हुई है। डा०ॅ सरिता से मिलकर शिविर में आये लोगों को उम्मीद की किरण नजर आने लगी है।