मैट्रो प्लस से महेश गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 13 जुलाई: एक तरफ जहां सरकार बिजली बचाने पर जोर दे रही है और लोगों को इसके लिए जागरूक कर रही है वहीं सरकार के मातहत अधिकारी इस मुहिम को अमलीजामा पहनाने की बजाए खुछ ही बिजली का खुला दुरूपयोग करने में लगे हैं। इस भीषण गर्मी में जहां लोग बिजली की कमी और कट के चलते गर्मी में रहने को मजबूर हैं, वहीं सरकारी कार्यालयों में बिजली का खुला दुरूपयोग किया जा रहा है। आलम यह है कि आम जनता को बिजली संरक्षण के लिए जागरूक करने वाले सरकारी अधिकारियों के कार्यालयों में ही एयरकंडीशनर, पंखे लाईटें जलती रहती है और ऑफिस में कोई होता नहीं हैं। ऐसा ही एक नजारा तहसीलदार फरीदाबाद के ऑफिस में देखने को मिला।
मैट्रो प्लस की टीम जब एक पाठक की शिकायत पर वहां पहुंची तो देखा कि तहसीलदार नदारद है और पूरा ऑफिस खाली पड़ा है जबकि वहां पंखे और एयरकंडीशनर चलते दिखाई दिए और लाईटें जलती हुई। इसकी सारी वीडियो प्रुफ के तौर पर मैट्रो प्लस द्वारा बनाई गई। यहां सवाल यह उठता है कि तहसीलदार कार्यालय में किए जा रहे बिजली के दुरूपयोग को जिम्मेदार कौन है? कौन इसका बिल भरेगा? इसका जवाब किसी के पास नहीं हैं। ऐसे में आम जनता से सरकार क्या उम्मीद कर सकती है।