मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 20 जुलाई: सैक्टर-23 एवं कबूलपुर स्थित द्रोणाचार्य स्कूल के 9वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों को सुपर 30 फिल्म दिखाई गई। प्रबंधन ने कहा कि यह फिल्म टीचर्स, पैरेंट्स और स्टूडेंट सभी को कुछ न कुछ सिखाती है। वहीं बच्चे भी बोले कि सुपर 30 अन्य फिल्मों से हटकर बनी है।
इस मौके पर जब द्रोणाचार्य स्कूल प्रबंधन ने बड़ी क्लास के बच्चों को बताया कि उन्हें वह सुपर 30 फिल्म दिखाने ले जा रहे हैं। जिस पर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। निदेशक नवीन चौधरी ने बताया कि वह एजुकेशन टूर के अंतर्गत ऐसी गतिविधियां करवाते रहते हैं। वह ऐसी फिल्मों को स्टूडेंट की लाइफ का हिस्सा बनाते हैं जिससे उनके जीवन में कोई प्रेरणा मिले। ऐसी ही फिल्म सुपर 30 है जो बिहार के आनंद कुमार के जीवन पर आधारित है। जिन्होंने अपनी जिद और ज्ञान से उस वर्ग की तकदीर बदल दी जो तकदीर को बड़े सरमायदारों की जागीर समझते थे। वहीं सलाहकार के.एल. खुराना ने बताया कि फिल्में हमारे जीवन के अनुभवों पर ही आधारित होती हैं। लेकिन यह हमें देखना होगा कि हम कैसे अनुभव अपने जीवन में दोहराना चाहते हैं।
वहीं फिल्म देखकर रोमांचित स्टूडेंट बोले, आनंद कुमार का कैरेक्टर हमें यह बताता है कि व्यक्ति जो ठान ले, उसे पूरा कर सकता है। उन्होंने बताया कि फिल्म देखने के बाद उनके हौंसलों को और उड़ान मिली है कि वह अपने जीवन में जैसे चाहे वैसे परिवर्तन कर सकते हैं।
इस अवसर पर कोर्डिनेटर शालिनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल के बच्चे बड़े ही आज्ञाकारी और योग्यता से परिपूर्ण है। जो जीवन के हर सोपान में जीतने का माद्दा रखते हैं।