मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 24 अगस्त: बडख़ल विधानसभा क्षेत्र में विधायक सीमा त्रिखा के चाहने वालों ने ही जब से उनके खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजाया है तब से ही इस क्षेत्र में भाजपा टिकट के दावेदारों की एक लम्बी कतार सी लग गई है। चाहे वो धनेश अदलक्खा हो, मेयर सुमनबाला हो, संदीप कौर हो, राजन मुथरेजा, गजेन्द्र भड़ाना उर्फ लाला, राजकुमार वोहरा हो या फिर कोई ओर। हर कोई बडख़ल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा टिकट की मांग कर रहा है।
उपरोक्त में से कई नेताओं ने तो पूरे बडख़ल विधानसभा क्षेत्र में स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन और जन्माष्टमी के बोर्ड लगाकर जहां अपना प्रचार अभियान भी शुरू कर दिया है वहीं अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की 28 अगस्त की जन आर्शीवाद यात्रा के मद्देनजर स्वागत होर्डिंगों से पूरे क्षेत्र को पाट दिया है।
बडख़ल विधानसभा क्षेत्र से अब पार्टी टिकट के दावेदारों में अब एक ओर नया सुनने को आ रहा है और वो है शहर के पहले थ्री-स्टार होटल डिलाईट के मालिक रामशरण भाटिया के बड़े बेटे जितेन्द्र उर्फ बंटी भाटिया का। हालांकि बंटी भाटिया ने अभी इस बारे में हां या ना में अपनी कोई प्रतिक्रिया ना देते हुए अपने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन उनके नजदीकी या कहिए चाहने वालों लोगों ने इस बात की पुष्टि की है।
काबिलेगौर रहे कि कबाड़ी से व्यवसायी बने होटल डिलाईट के मालिक रामशरण भाटिया आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उनकी शहर में साफ-सुथरी छवि है और वो अनगिनत धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं से जुड़े कर समाजसेवा करते रहे हैं। सैक्टर-22 श्मशान घाट का जीर्णोदार कर श्री भाटिया एक नई मिशाल पेश कर चुके हैं। शहर में रामशरण भाटिया के साथ-साथ उन्हीं के पदचिन्हों पर चल रहे उनके बड़े बेटे बंटी भाटिया भी पिछले कई सालों से समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
ध्यान रहे कि पिछले दिनों लोकसभा चुनावों के दौरान होटल डिलाईट में कृष्णपाल गुर्जर का भव्य स्वागत समारोह आयोजित कर बंटी भाटिया क्षेत्र में अपने रूतबे का भी प्रदर्शन कर चुके हैं। फरीदाबाद के मुख्यमंत्री कहे जाने वाले कृष्णपाल गुर्जर भी उस समय बंटी भाटिया के इस प्रोग्राम की सफलता देखकर हतप्रभ रह गए थे जिसमें कि बडख़ल विधानसभा क्षेत्र की लगभग सभी सरदारी मौजूद थी।
लेकिन अब जिस तरीके से बंटी भाटिया का नाम एकाएक बडख़ल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा टिकट के दावेदार के रूप में सामने आ रहा है उससे कई दावेदारों के हौंसले पस्त होते नजर आ रहे हैं।
अब देखना यह है कि बडख़ल विधानसभा क्षेत्र में टिकट रूपी ऊंट किस करवट बैठता है। -क्रमश: