फरीदाबाद, 22 अप्रैल: राजकीय महिला बहु-तकनीकी पॉलीटैक्निक सैक्टर-8 द्वारा पॉलीटैक्निक की छात्राओं को पॉलीटैक्निक की प्रधानाचार्या मिसेज नवीन रोहिला के दिशा-निर्देशन में रोजगार के सुलभ व शानदार अवसर मुहैया कराए जा रहे हैं। बाकायदा इसके लिए पॉलीटैक्निक तथा कंपनियों के बीच मधुर संबंध बनाए गए हैं। प्रधानाचार्या मिसेज नवीन रोहिला के मुताबिक पिछले दो महीनों के दौरान ही पॉलीटैक्निक की लगभग 130 तथा दूसरे पॉलिटेक्निकों की भी करीब 40 छात्र/छात्राएं एचसीएल, सोनी इंडिया लिमिटेड, स्पाइक कंट्रोल्स, रेडिंगटन इंडिया लिमिटेड, नियो रोबोज, एरोपॉवर टेक्नोलॉजी, शाही एक्सपोर्ट, आकृति ऐपेरल, सुपर फैशन, शिवालिक प्रिंटस, एसआरएस ग्रुप, गुडईयर टॉयर, विपुल मोटर्स, बिग बाजार, एएए फास्टनर प्रा० लि०, रितु वियर्स, टेकमशाह और वैव एम्सपर्ट इत्यादि कंपनियों में साक्षात्कार के माध्यम से चयनित किये गये है।
प्रधानाचार्या मिसेज नवीन रोहिला के मुताबिक कई छात्र तो ऐसे हैं जिनको अभी तक डिप्लोमा भी नहीं मिले हैं और उनको कंपनी में ज्वाईंनिंग भी करा दी गई है। उन्होंने बताया कि समय-समय पर जैसे-जैसे उनके पास विभिन्न कंपनियों की वेकेंसी आती रहती है वैसे-वैसे वे अपनी छात्राओं को सेमिनार व वर्कशॉप के माध्यम से उनको ट्रैंड कर उन कंपनियों में लगवा देते हैं। फिलहाल जिन छात्राओं की उनको पॉलिटेक्निक में समय-समय पर पर्सनलिटी डवलपमेंट, इम्प्लोयविलिटि स्किल आदि विभिन्न क्षेत्रों तथा दूसरे परिणामों के विकास हेतू साक्षात्कार सामूहिक विचार विमर्श आदि के द्वारा कक्षाओं में ही छात्राओं को अभ्यास कराया गया तथा समय-समय पर उद्योगों से दक्ष लोगों के द्वारा सेमिनार व कर्मशालाओं का आयोजन भी बहु-तकनीकी प्रांगण में कराया गया।
पॉलीटैक्निक की प्रधानाचार्या मिसेज नवीन रोहिला के दिशा-निर्देशन में पॉलीटैक्निक के टै्रनिंग व प्लेसमेंट ऑफिसर पद्म सिंह तथा उनके सहायकों माहिट जुनेजा, मोहनलाल व करम सिंह अरोड़ा के अथक प्रयासों के फलस्वरूप शैक्षणिक सत्र 2014-15 का यह टै्रनिंग प्लेसमेंट काफी सराहनीय रहा। छात्राओं के सर्वांगीण विकास, रोजगार दक्षता के विकास तथा ज्ञानवर्धन व रोजगार उपलब्ध करवाने हेतू इस प्लेसमेंट सत्र का आयोजन किया गया था।
मिसेज नवीन रोहिला ने बताया कि बहु-तकनीकी की टै्रनिंग और प्लेसमेंट सेल द्वारा विभिन्न औद्योगिक परिसरों व कम्पनियों का लगातार भ्रमण कर कम्पनियों से उनकी जरूरतों को जानने व पहचान कर उसके मुताबिक छात्राओं को प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे कम्पनी की जरूरतों पर खरा उतर सकें तथा उन्हें अपने कार्यक्षेत्र में निम्नतम कठिनाइयों का ही सामना करना पड़े। टीपीओ सेल के प्रयास द्वारा बहु-तकनीकी प्रांगण में विभिन्न कंपनियों के कैम्पस साक्षात्कार कराये गये तथा उनसे प्राप्त फीड बैक द्वारा आगामी कार्यवाही की गई। इसके लिए कम्पनियों में कार्यरत पॉलिटेक्निक की पिछले वर्षो की छात्राओं से भी फीड बैक लिया गया तथा उनको योजनाबद्व तरीके से छात्राओं के विकास हेतू विभिन्न गतिविधियों द्वारा मूर्तरूप दिया गया।