Metro Plus से Jaspreet Kaur की रिपोर्ट
Faridabad News, 7 सितम्बर: मानव रचना यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ लॉ में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेजोल्यूशन एडीआर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्वघाटन किया गया। इस दौरान न्यायमूर्ति आरसी लाहोटी भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में रविशंकर प्रसाद ने जस्टिस आरसी लाहोटी के पिता की स्मृति में गोल्ड मेडल का भी अवलोकन किया गया। यह मेडल ओवरऑल बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्र/छात्रा को दिया जाएगा।
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस दौरान कहा कि मानव रचना यूनिवर्सिटी ने एडीआर में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस स्थापित कर छात्रों को कुछ नया सीखने का मौका दिया है। उन्होंने कहा आने वाले समय में आरबिट्रेशन वकालत में सबसे ज्यादा ग्रोथ वाला क्षेत्र माना जाएगा। उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वह वकील बनकर बहुत पैसा कमाएं लेकिन जरूरतमंदों और गरीब लोगों की मदद करें इससे पैसा नहीं मिलेगा लेकिन आशीर्वाद मिलेगा। जो जीवनभर साथ रहेगा। रविशंकर प्रसाद ने डॉ० प्रशांत भल्ला और जस्टिल आरसी लाहोटी का उन्हें कैंपस में आमंत्रित करने पर धन्यवाद दिया।
मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डॉ० प्रशांत भल्ला ने कहा भारत में न्याय वितरण प्रणाली कई कारणों से बहुत तनाव में है। उनमें से एक आल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेजोल्यूशन एडीआर की आवश्यकता को रेखांकित करने वाली अदालतों में मामलों की विशाल पेंडेंसी है। मानव रचना में एडीआर में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस छात्रों को विभिन्न दृष्टिकोणों से मुद्दों को देखने का मौका देगा।
कार्यक्रम में हूडा एडमिन्स्ट्रेटर आईएएस सोनल गोयल, फरीदाबाद बीजेपी अध्यक्ष गोपाल शर्मा, पर्फेक्ट इंडस्ट्रीज के एच.के. बत्रा, शशांक गर्ग, मानव रचना यूनिवर्सिटी के वीपी डॉ० अमित भल्ला, वीसी डॉ० आईके भट्ट, मानव रचना के एमडी डॉ० संजय श्रीवास्तव, प्रोफेसर जोस वर्घीस, वर्षा वाहिनी समेत 400 छात्र और फैकल्टी मेंबर्स मौजूद रहे।