Metro Plus से Jassi Kaur की रिपोर्ट
Faridabad News,14 अक्टूबर: शहर की सामाजिक संस्था मिशन जागृति के संस्थापक प्रवेश मलिक के आह्वान पर बिटिया-संवेदना के लिए एक मुहिम नाम से एक अभियान आरंभ किया गया। जिसका उद्वेश्य समाज में फैली यौन-उत्पीडऩ की घटनाओं पर रोकथाम लगाना है। इस उद्वेश्य को प्राप्त करने के लिए एक घोषणा-पत्र का निर्माण भी किया गया। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस अभियान से जोड़कर लोगों में इस बात का प्रसार किया जाए कि समाज की हर आयु वर्ग की बिटिया न केवल एक पिता के लिए जिम्मेदारी है बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है।
इस प्रोजेक्ट के निदेशक विपिन शर्मा ने बताया कि मिशन जागृति ने बिटिया संवेदना के मद्देनजर एक जागरूकता अभियान की शुरूआत की है। जिसमें लोगों को बेटी की सुरक्षा व यौन उत्पीडऩ को खत्म करने के लिहाज से खुली चर्चा का आयोजन किया। इस मौके पर शहर के मौजीज लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए और लोगों को महिला अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया।
इस चर्चा में बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों ने भी हिस्सा लिया। मिशन जागृति के संरक्षक तेजपाल ने बताया कि इस तरह की खुली चर्चा से ही समाज में जागरूकता आएगी। संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रूपा ने कहा कि आए दिन रोजना अखबारों में ऐसी खबर आती है कि सिर शर्म से झुक जाता है। इन खबरों को पढ़कर यकीन नहीं होता कि हम ऐसे समाज में रह रहे हैं जहां पर बेटियां सुरक्षित नहीं है। ये हम सभी के लिए शर्म की बात है। अगर हमारी बेटी सुरक्षित रहेगी तो ही देश का विकास संभव है।
इस अवसर पर सुषमा, राजबाला, सुषमा यादव, सुष्मिता, प्रिति, अवधेश ओझा ने अपने विचार रखे।
इस मौके पर मिशन जागृति के जिला प्रधान विवेक गौतम ने बताया कि अब इस तरह की चर्चा पूरे शहर में आयोजित की जाएगी ताकि हमारा समाज बेटियों की सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सके।