Report by Naveen Gupta from Metro Plus
Faridabad, 9 July: फरीदाबाद प्रोग्रेसिव स्कूल्स कांफ्रेंस @ FPSC के जिला अध्यक्ष नरेंद्र परमार ने प्रदेश सरकार एवं शिक्षा विभाग का प्रदेश के सभी स्कूलों को 16 जुलाई से खोलने के फैसले का स्वागत किया है।
FPSC के जिला अध्यक्ष नरेंद्र परमार ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते विगत डेढ़ साल से प्रदेश एवं देश में पठन-पाठन पर बुरा असर पड़ा है क्योंकि सभी स्कूल बंद थे। हालांकि निजी स्कूलों के द्वारा ऑनलाइन क्लासेज चलाई जा रही थी, लेकिन पठन-पाठन के लिए अध्यापक, बच्चे, ब्लैक बोर्ड, क्लास रूम, चॉक का अलग ही महत्व होता है। अध्यापक और बच्चे के बीच एक अलग ही मजबूत रिश्ता होता है। अध्यापक क्लास में पढ़ाते हुए यह भी ध्यान रखता है कि किस बच्चे का ध्यान पढ़ाई पर है और किस बच्चे को पढ़ाया हुआ समझ नहीं आ रहा है। कक्षा में बच्चों के बीच आपसी प्यार, दोस्ती, सामाजिक ताने बाने, शेयरिंग, केयरिंग की समझ एवं आपस में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना भी उत्पन्न होती है। इसलिए बच्चों का स्कूल आना नितांत आवश्यक होता है। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि कोरोना अभी भी है और हमें इसके साथ सभी सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए जीने की आदत डालनी होगी।
श्री परमार ने सभी स्कूल संचालकों एवं प्रधानाचार्यों से भी अपने स्कूलों में शिक्षा विभाग के द्वारा जारी कोरोना महामारी से बचाव के दिशा निर्देशों का पालन करने की अपील की।
FPSC के संरक्षक टीएस दलाल, सचिव राजदीप सिंह, कोषाध्यक्ष भारत शर्मा, बीडी शर्मा, नारायण डागर, वाईके महेश्वरी, ऋषिपाल चौहान, आनंद मेहता, विनोद जोसेफ, मनोरमा अरोड़ा आदि ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए सरकार का धन्यवाद भी किया है।
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