मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
बल्लभगढ़, 4 सितंबर: कुन्दन ग्रीन वैली स्कूल का छात्र मनीष नरवाल ऐतिहासिक नगरी बल्लभगढ़ का एक चमकता हुआ सितारा बन चुका है। मनीष नरवाल ने जापान के टोक्यो शहर मे आयोजित पैराओलम्पिक-2021 में गोल्ड जीतकर यह साबित कर दिया है कि अगर हौसले बुलन्द हो तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। मनीष नरवाल ने पैराऔलम्पिक मे गोल्ड को अपने नाम किया जोकि अपने आप में एक कीर्तिमान है। इस प्रतियोगिता में मनीष नरवाल ने मिक्सड 50 मीटर एयर पिरस्टल एसएच-1 इवेन्ट में गोल्ड जीता। इसी के साथ कुन्दन ग्रीन वैली स्कूल में मानो उत्सव का माहौल बन गया। स्कूल के चेयरमैन भारतभूषण शर्मा ने ढोल-नगाडों एवं फूल-मालाओं के साथ इस उत्सव को मनाया। भारत शर्मा जी ने बताया के भारत वापिस अपने मनीष का भव्य स्वागत किया जायेगा। भारत भूषण मनीष की इस जीत पर बहुत प्रसन्नता व्यक्त की।
उन्होंने बताया कि मनीष स्कूल का एक होनहार छात्र रहा है। मनीष नरवाल प्री-र्नसरी से ही कुन्दन ग्रीन वैली स्कूल का छात्र है। वह स्कूल में बनी शुटिंग रेंज में शुटिंग को सीखता भी था। और आज मनीष ने पैराओलम्पिक में गोल्ड जीतकर देश का गौरव बढाया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले वह लगातार तीन बार पैरा वल्र्ड कप में भी गोल्ड अपने नाम कर चुका था। क्रोशिया में आयोजित पैरा वल्र्ड कप 2019 एबंकॉक में अयोजित पैरा वल्र्ड कप 2017 तथा दुबई में आयोजित पैरा वल्र्ड 2018 कप में गोल्ड पदक जीत चुका है और इसी जीत के क्रम को आगे बढ़ाते हुए टोक्यो में पैराओलम्पिक 2021 में भी पदक जीतकर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। इसके अलावा होनहार छात्र ने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल प्राप्त कर विद्यालय, हरियाणा राज्य तथा भारत देश को गौरवाान्वित चुका है। उन्होंने आगे यह भी बताया कि जापानी मीडिया द्वारा मनीष की डॉक्युमेंट्री भी बनाई गई जोकि देश की पहली डॉक्युमेंट्री थी जो इंडिया में शुट की गई है। इस डॉक्युमेंट्री में मनीष नरवाल के जीवन से जुडे सभी पहलुओं को रिकार्ड किया जिसमें उसके स्कूल, माता-पिता, गांव एवं परिवार को सम्मलित किया है।
साथ ही कुन्दन ग्रीन वैली स्कूल की निर्देशिका श्रीमति कमल अरोड़ा जी ने बच्चों को मिठाई खिलाकर उनकी इस जीत के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि हमारे बच्चे अनेक कीर्तिमानों और उपलब्धियों के बीच आज एक और खुशी मिलने पर हमें भी प्रोत्साहन मिलता है कि हम अपने बच्चों के लिए और अच्छा करें और हम ऐसा करते रहेंगे।