मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 3 अक्टूबर: पिछले कई सालों से लगातार विवादों के कारण सुर्खियों में रहे एनआईटी में विजय दशमी पर होने वाले शहर के विवादास्पद दशहरा मेले में होने वाले रावण दहन का कार्यक्रम इस बार जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा। किसी भी प्रकार के विवाद से बचने के लिए इस बार भी मेले में रावण दहन के लिए किसी भी सामाजिक या धार्मिक संस्था को अनुमति नहीं दी गई है। इसी मेले के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन द्वारा अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता को जिम्मेवारी सौंपी गई हैं। बाकायदा इसके लिए शहर भर की विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों में से 33 लोगों की एक कमेटी भी बनाई गई है जिसकी चेयरपर्सन अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता हैं।
हालांकि इस मेले के आयोजन के लिए सिद्वपीठ श्री हनुमान मंदिर श्री सनातन धर्म महाबीर दल मार्किट नं.-1 के प्रधान राजेश भाटिया जोकि व्यापार मंडल और गठबंधन सरकार में शामिल जजपा के जिला अध्यक्ष भी हैं, ने ही उक्त मेले के आयोजन के लिए परमिशन मांगी थी, लेकिन उनको भी प्रशासन ने परमिशन नहीं दी। जबकि फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन ने परमिशन मांगी ही नहीं।
विजय दशमी के अवसर पर आगामी 5 अक्टूबर को एनआईटी-1 के दशहरा ग्राउंड में लगने वाले इस दशहरा मेले और रावण दहन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मामले की गंभीरता को देखते हुए आज शाम अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता ने स्वयं मेले की निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ एसडीएम बडख़ल पंकज सेतिया, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त डॉ. गौरव अंतिल, डीआईपीआरओ राकेश गौतम, नगर निगम के अधीक्षण अभियंता ओमवीर, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता प्रदीप संधू सहित कई अधिकारीगण व उक्त मेले के आयोजन को लेकर विवादों में रही फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन के तथाकथित या कहिए स्वयंभू चेयरमैन कंवल खत्री एवं प्रधान जोगेन्द्र सिंह एडवोकेट आदि विशेष तौर पर मौजूद थे।
दशहरा मेले और रावण दहन की तैयारियों को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस साल भी विजय दशमी के दिन रावण परिवार के पुतलों के दहन का आयोजन प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से बड़ी ही धूमधाम से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विजय दशमी के दिन रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन दशहरा ग्राउंड में किया जाता है। इस वर्ष 60 फुट ऊंचे पुतले लगाए जाएंगे और दशहरा ग्राउंड में पुतलों के चारों और सुरक्षा के मद्देनजर बैरीगेटिंग की जाएगी। इस खास और भव्य कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है और रावण देखने आने वाले परिवारों को कोई असुविधा ना हो इसके लिए पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाएगी।
बता दें कि इस मेले के आयोजन को लेकर विवाद इतना बढ़ चुका है कि जहां एक बार मेले के मंच पर ही सार्वजनिक रूप से केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और तत्कालीन कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल के बीच तीखी झड़प हो चुकी हैं, वहीं एक बार तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल को स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए इस मेले में शिरकत करनी पड़ी थी। -क्रमश: