मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 10 दिसंबर: नगर निगम द्वारा बंधवाड़ी कचराघर भर जाने के बाद पाली-मोहब्ताबाद की अरावली में 200 एकड़ का नया कचराघर बनाने के विरोध में पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही संस्था सेव अरावली ट्रस्ट के सैकड़ों स्वयंसेवकों ने आज फरीदाबाद और गुडग़ांव में 20 जगह शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए और यह प्रदर्शन तब तक जारी रखने का निर्णय लिया जब तक कि सरकार अपना फैसला नही बदल देती।
इन पर्यावरण प्रेमियों का कहना है की नगर निगम फरीदाबाद और गुरुग्राम भ्रष्टाचार के चलते सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के सभी नियमों को ताक पर रखते हुए कचरे को छांटते ही नहीं है। और तो और, जानबूझ कर कचरे के नाले की मिट्टी मिलाकर बंधवाड़ी पंहुचाते हैं ताकि ठेकेदार को ज्यादा पैसे मिल सके।
निगम अफसरों द्वारा जान-बूझ कर कुड़े के पहाड़ बनाए जा रहे हैं:-
दुर्भाग्य है कि इन निगमों के अधिकारियों ने सरकार और कानून को भी गलत दस्तावेज और रिपोर्ट पेश की हैं जोकि दोनों शहरों को पर्यावरण के भयंकर खतरों की और ले जा रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि अगर नगर निगम चाहे तो फरीदाबाद के खंदावली गाँव, दिल्ली की आईएनए कॉलोनी या गुरुग्राम की टाटा परिमंती सोसाइटी की तर्ज पर वार्ड स्तर पर कुड़े का निष्पादन करके 80 प्रतिशत तक कुड़ा वार्ड लेवल पर ही समाप्त कर सकती हैं।
बचे हुए 20 प्रतिशत कुड़े से भी वेस्ट टू एनर्जी प्लांट या अन्य माध्यमों से निपटा जा सकता हैं। सरकार या नगर निगम के पास स्त्रोत कम नही हैं बल्कि सही नियत की कमी हैं। जिस शिद्दत से नगर निगम भ्रष्टाचार करती है, वही शिद्दत यदि कुड़े के निष्पादन और और निपटारण में लगाती तो आज बंधवाड़ी जैसे कुड़े के पहाड़ ना बनते और ना अनगिनत जीवन इस जहर के पहाड़ से त्राहिमाम कर रहे होते।
सरकार और नगर निगम यदि चाहे तो सेव अरावली उन्हें पूरे तरीके से सहयोग करते हुए कुड़े के निष्पादन के तरीके बताने और पूरा सहयोग करने को तैयार हैं जिससे सरकार और नगर निगम की ना सिर्फ अतिरिक्त आय होगी बल्कि कई लाखों-करोड़ों लोग कुड़े से निकलने वाले जहर से मरने से बच जाएंगे।
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