महेश गुप्ता
चंडीगढ़, 5 अक्तूबर: बेरोजगार कला अध्यापक समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के शिक्षामंत्री प्रो० रामबिलास शर्मा के कार्यालय में उनसे मुलाकात करके आर्ट एंड क्राफ्ट के अध्यापकों के लिए पूर्व की नियमावली लागू करने की मांग की। जिस पर शिक्षामंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को पूर्व की नियमावली लागू करने का आश्वासन दिया। मंगलवार को भारी संख्या में कला अध्यापक समिति के सदस्य समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप रानीला के नेतृत्व में शिक्षामंत्री के आवास पर उनसे मुलाकात करने पहुंचे, लेकिन वहां मुलाकात नहीं हो सकी। जिसके बाद ये सदस्य सचिवालय में शिक्षामंत्री के कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगों के बारे में शिक्षामंत्री को अवग्त करवाया। समिती के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप रानीला ने बताया कि पिछले 10 सालों से अपनी मांगों को लेकर लड़ाई लड़ते आ रहे हैं लेकिन आज तक आर्ट एंड क्राफ्ट डिप्लोमा धारकों की सरकार ने सुध नहीं ली, हरियाणा के कला अध्यापकों की मांग है कि पहले की भांति अब भी कला अध्यापकों को पुराने नियमों के अनुसार लगाए। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार में 11 अप्रैल 2012 सेवा नियमों के अनुसार इस डिप्लोमा को खत्म कर दिया था। लेकिन अब शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने हरियाणा के आर्ट एंड क्राफ्ट डिप्लोमा धारकों को नियुक्ति देने का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर समिति के सदस्य सरोज हिसार, सुरेंद्र फतीयाबाद, पवन भिवानी, संजय आदमपुर, दीपक महम, भुप जांगड़ा, गौरव फतीयाबाद, रघवीर सिंह पनीहारी , सुशील जींद, अनुप दीनोदा, रामभज बीबीपुर, आत्मा राम घुड़साल, राकेश, अटल सोनीपत, राजेश गुडगांव व महेश महेंद्रगढ़ समेत भारी संख्या में कला अध्यापक मौजूद थे।
ग्त कांग्रेस सरकार में बेरोजगार कला अध्यापक समिति के सदस्यों ने प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप रानीला के नेतृत्व में अपनी मागों को लेकर धरना दिया था। अनशन शुरू किया था। उस दौरान भाजपा नेताओं रामबिलास शर्मा व औमप्रकाश धनखड़ ने समिति के सदस्यों को आश्वासन दिया था कि भाजपा के सत्ता में आने पर उनकी मांग को माना जाएगा और नियमावली में संशोधन किया जाएगा। अब भाजपा के ये दोनों नेता सरकार में मंत्री हैं। इसलिए समिति के सदस्यों को उन दोनों से पूरी उम्मीद है कि नियमावली में संशोधन किया जाएगा।