Metro Plus के लिए Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 27 अप्रैल: डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा स्ट्राइव प्रोजेक्ट के अंतर्गत ऑन द जॉब कार्यस्थल पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कौशल किशोर ने विभिन्न इकाइयों से उपस्थित सुपरवाइजर, मैनेजर और स्टॉफ को नए अप्रेंटिस को ट्रेनिंग के समय आने वाली दिक्कतों, परेशानियों, कठिनाइयों से अवगत करवाने के प्रयास किए गए।
इस मौके पर कौशल किशोर ने कहा की ऑन द जॉब प्रशिक्षण नए अप्रेंटिस को सीमित और नियमित समय में काम की जानकारी, उसे पूरा करने, अप्रेंटिस को काम और डिलीवरी चेन के दबाव के प्रति जागरूक करता है। उन्होंने बताया की यह प्रक्रिया मानव संसाधन प्रबंधन का महत्वपूर्ण विषय है, जो अप्रेंटिस या व्यक्ति के करियर को विकसित करने और इकाई एवं संगठन को आर्थिक समृद्धि में प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
कौशल किशोर ने बताया की इस प्रक्रिया में कर्मचारी और स्टॉफ को कार्य के प्रति प्रेरित, उसकी महत्ता, और पूरा करने की आवश्यकता के संबंध में बताया जाता है ताकि सफल होने उपरांत कार्यों, उनसे जुड़ी जानकारी को सूचीबद्ध किया जा सके। उन्होंने बताया की प्रशिक्षण के चरणों में तैयारी, प्रस्तुति, प्रयास और कार्य करना प्रमुख है।
इस अवसर पर कौशल किशोर ने कहा की ऑन जॉब ट्रेनिंग उद्योग और श्रम दोनों वर्गो हेतु कारगर सिद्ध होती है क्योंकि इस प्रक्रिया से श्रम को दक्षता और ईकाई को दक्ष श्रम बल उपलब्ध होता है।
इस मौके पर एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने कहा कि एसोसिएशन अपने सदस्यों को कार्य दक्ष श्रम शक्ति उपलब्ध करवाने हेतु प्रयासरत है। उन्होंने बताया की इसी प्रक्रिया में स्ट्राइव के अंतर्गत विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते है जो औद्योगिक इकाइयों को अप्रेंटिस के रूप में श्रम शक्ति मुहैया करवाई जा सके।
श्री मल्होत्रा ने कहा की समाज और उद्योगों की गठन हेतु ज्ञान और कुशल व्यक्तियों की आवश्यकता होती है इसी महता को समझते हुए एसोसिएशन द्वारा ऑन द जॉब विषय पर कार्यशाला का अयोजन किया गया ताकि उद्योगों को पूर्ण प्रशिक्षित श्रम शक्ति मिल सके।
श्री मल्होत्रा ने कहा कि वर्तमान में शिक्षा पद्धति केवल एक विशेष विषय पर ज्ञान प्रदान करती है, किंतु ऑन जॉब ट्रेनिंग कार्य स्थल पर विभिन्न क्षेत्रों के प्रति व्यक्ति का दृष्टिकोण बनाने ेमें सक्षम है।