फरीदाबाद को हवाई मार्ग से जोडऩे तथा मंझावली पुल को बनाने की दिशा में होगा काम!
Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 31 अक्टूबर: ‘शाह-मात के खेल में कौन जीता-कौन हारा ये तो सब को पता ही चल चुका है, जो जीता वहीं सिकंदर। हरियाणा विधानसभा के चुनावों में इस बार हैट्रिक बनाकर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाकर जहां भाजपा ने इतिहास रच दिया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी के तिगांव विधानसभा से लगातार दूसरी बार विधायक और फिर अब नायब-2 सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बने राजेश नागर का एक बयान आजकल सुर्खियों में है कि अब वे ना तो अकेले रहे हैँ और ना ही कमजोर।
राजेश नागर का बार-बार यह कहना कि अब विपुल गोयल, गौरव गौतम और वे स्वयं (तीनों मंत्री) मिलकर 111 हो गए हैं, कोई उन्हें अब हल्के में ना लें यानि कमजोर ना समझे। राजेश नागर का बिना किसी अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी के नाम लिए बार-बार उक्त बयानबाजी करना भविष्य की राजनीति के लिए कोई ना कोई बड़ा संकेत दे रहा है। इस बात को वो करतार भड़ाना के सामने के अलावा और भी कई जगह अलग-अलग मंचों पर बेबाकी से कह चुके हैं।
काबिलेगौर रहे कि राजेश नागर इसी साल हुए लोकसभा चुनावों में फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा टिकट के प्रबल दावेदार थे और कृष्णपाल गुर्जर की जगह टिकट मांग रहे थे। उस समय राजेश नागर को टिकट नहीं मिल पाई थी और उनकी कृष्णपाल गुर्जर से बनी भी नहीं।
यही कारण रहा कि राजेश नागर विधानसभा चुनाव जीतने और फिर मंत्री बनने के बाद हैट्रिक लगाकर लगातार तीसरी बार सांसद बन फिर से केन्द्र में राज्यमंत्री बने कृष्णपाल गुर्जर से मिलने ना तो उनके कार्यालय पर गए और ना ही घर पर जबकि विपुल गोयल और गौरव गौतम जा चुके हैं।
यही नहीं, अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी के खासमखास अधिकारियों को भी जिले से दूर कहीं भेजकर या उनको सस्पेंड कराकर उन्हें यहां से चलता करने की तैयारी भी की जा रही है जिसका प्रमाण ऐसे अधिकारियों को अपनी मीटिंग में हड़काने से भी नजर आता है।
भविष्य में इस सबके क्या परिणाम होंगे, ये तो आना वाला कल ही बताएगा। लेकिन जिस तरीके से राजेश नागर ने अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी में ही अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी के खिलाफ खुला मोर्चा खोल रखा है, उसके दूरगामी परिणाम होंगे।
बता दें कि देश के गृहमंत्री और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खासमखास अमित शाह जिनके हाथ में देश की राजनीति की बागडोर हैं, के खाते से विपुल गोयल जहां कैबिनेट मंत्री बने हैं वहीं राजेश नागर और गौरव गौतम राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने हैं और तीनों को ही हरियाणा सरकार में ठीक-ठाक विभागों वाले मंत्रालय मिले हैं। अब तीनों ही मंत्रियों ने क्षेत्र व प्रदेश के विकास के लिए कमर कस ली है जिसके लिए इन्होंने संबंधित विभागों और प्रशासनिक अधिकारियों की मीटिंग लेकर दिशा-निर्देश भी देने शुरू कर दिए हैं।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने जहां प्रदेश में रामराज्य लाने, फरीदाबाद को हवाई मार्ग से जोडऩे तथा दीवाली तक फरीदाबाद को कूड़ामुक्त कर रंग-बिरंगी लाईटों से जगमग कर विकास कार्य करने के आदेश अधिकारियों को दिए हैं, वहीं राजेश नागर ने वर्षों से लंबित चले आ रहे मंझावली पुल को जल्द से जल्द पूरा कर अपरोच रोड़ बनाने के आदेश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए हैं तथा गरीब लोगों के राशन को हजम कर जाने वाले डिपो होल्डरों के डिपो का रद्द करने के आदेश देकर सराहनीय कार्य किया है।
बताया जा रहा है कि उक्त तीनों मंत्रियों को उक्त राजनैतिक प्रतिद्वंदी पर लगाम लगाने के लिए हाईकमान द्वारा फरीदाबाद में फ्री हैंड कर दिया गया है जिसका डेमो तो इन मंत्रियों की मीटिंग में देखने को मिल ही रहा है, रिजल्ट दीवाली बाद अधिकारियों के ट्रांसफर और सस्पेंशन के बाद देखने को मिल जाएगा, जैसा कि कयास लगाए जा रहे हैं। अब देखना यह है कि राजेश नागर का 111 का फार्मुला क्या रंग दिखाता है।