नवीन गुप्ता
फरीदाबाद,14 अक्तूबर: सिद्धपीठ मां वैष्णोदेवी मंदिर में दूसरे दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रहाचारिणी की पूजा अर्चना की गई। मंदिर में सुबह विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि नवरात्रों पर मंदिर को भक्तों के लिए चौबीस घंटे खोला जाता है, ताकि रात के समय भी भक्त मंदिर में आकर माता रानी की पूजा अर्चना कर सकें। इसके अलावा मंदिर में हर रोज भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। आज मंदिर में शहर के प्रमुख उद्योगपति आनंद मल्होत्रा, लोहामंडी एसोसिएशन के प्रधान सीएस कालड़ा एवं बंसी कुकरेजा ने विशेष पूजा अर्चना में हिस्सा लिया।
इस अवसर पर मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश ने बताया कि ब्रहमचारिणी का अर्थ है तप का आचरण करने वाली। इस देवी के दाएं हाथ में जप की माला है और बाएं हाथ में कमंडल धारण किए हैं। भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इन्हें तपश्चारिणी अर्थात ब्रहमचारिणी नाम से अभिहित किया गया है। कठिन तपस्या के कारण देवी का शरीर एकदम क्षीण हो गया। देवता, ऋषि, सिद्धगण, मुनि सभी ने ब्रहमचारिणी की तपस्या को अभूतपूर्व पुण्य कार्य बताया, सराहना की और कहा कि हे देवी आज तक किसी ने इस तरह की कठोर तपस्या नहीं की। मां ब्रहमचारिणी की पूजा अर्चना करने वाले भक्तों की हर मनोकमाना पूरी होती है।
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