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फरीदाबाद के एक HCS अधिकारी पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, पुलिस कर सकती है कभी भी गिरफ्तार!

Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 26 जनवरी:
चाहे भ्रष्ट्राचार का मामला हो या फिर सैक्स, तलाक, लिव-ईन-रिलेशन या फिर कुछ और, हरियाणा के कई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी किसी ना किसी विवाद के चलते अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। अब प्रदेश का एक नया HCS अधिकारी विवादों में आ गया है जिस पर कि अब गिरफ्तारी की तलवार भी लटक गई है। इससे पहले इस अधिकारी के पिता को भी पुलिस जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है, जोकि खुद पुलिस विभाग में सब-इंस्पेक्टर है।

जी हां, हम बात कर रहे हैं करण सिंह भदौरिया नामक 2023 बैच के उस HCS अधिकारी की जोकि फिलहाल नगर निगम फरीदाबाद @ MCF में बल्लभगढ़ जोन के ज्वाईंट कमिश्रर के पर पर तैनात है।

बता दें कि करण सिंह भदौरिया और उसके पिता जोकि दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं, के खिलाफ शादी से पहले दहेज में फॉच्र्यूनर और 50 लाख रुपए आदि दहेज के रूप में मांगने आदि जैसे गंभीर आरोपों में जिला नारनौल में एक मुकदमा दर्ज है। इस केस में नारनौल पुलिस करण सिंह भदौरिया के पिता अशोक कुमार को तो पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी हैं, लेकिन करण ने इस मामले में अपनी जमानत याचिका लगाई थी जिसको कि नारनौल सेशन कोर्ट ने खारिज कर दिया है। करण की जमानत याचिका खारिज होने के बाद उसकी दिक्कतें बढ़ गई है और उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।

गौरतलब रहे कि नारनौल पुलिस ने 23 नवंबर, 2024 को करण के सब-इंस्पेक्टर पिता अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि कुछ दिन बाद ही अशोक कुुमार को बेल मिल गई थी। पिता की गिरफ्तारी के बाद ही करण सिंह भदौरिया ने कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी, मगर नारनौल की एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज वर्षा जैन की कोर्ट ने करण की जमानत याचिका को खारिज कर दिया।

नारनौल के डीसीपी हैडक्वार्टर हरदीप सिंह के मुताबिक उन्हें कोर्ट के फैसले की कॉपी नहीं मिली है, कॉपी मिलते ही आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा।

बता दें कि नारनौल निवासी एक महिला ने 29 सितंबर, 2023 को सिटी थाना में शिकायत देकर कहा था कि फरीदाबाद नगर निगम के जॉइंट कमिश्नर एवं एचसीएस अधिकारी करण सिंह बागोरिया से उसकी बेटी की सगाई हुई थी। सगाई के बाद अशोक ने उनसे कहा कि उसके बेटे को नौकरी लगाने के लिए पैसों की आवश्यकता है। उन्हें दहेज में जो रुपए देने हैं, वह अभी ही दे दें क्योंकि यह बच्चों के भविष्य का सवाल है।

शिकायत में कहा गया था कि वह रुपए देकर उसके बेटे को बड़ा अधिकारी बना देगा, इससे उनका भी फायदा होगा। इस पर उन्होंने अशोक कुमार को दो-तीन किस्तों में 25 लाख रुपए कहीं से अरेंज करके दे दिए। इसके बाद करण सिंह एचसीएस अधिकारी बन गया। हम उनसे मिलने गए तो उन्होंने अच्छे से बातचीत की और कहा कि करण का मेडिकल हो जाने दो, फिर दोनों परिवार के लोग बैठकर शादी के विषय में बात करेंगे।

दहेज में की गई थी फॉच्र्यूनर और 50 लाख रुपए की डिमांड:-
आरोप है कि बातचीत के दौरान करण बीच में बोला कि फिलहाल उसकी नौकरी लगने में लाखों रुपए खर्च हो गए हैं। हमें और पैसों की जरूरत है। आप फॉच्र्यूनर कार और 50 लाख रुपए और दे दो। वह एचसीएस बन गया है तो उसका रूतबा और बनेगा। इतना तो आप कर ही सकते हो। वैसे भी आज हमारे पास रिश्तों की कोई कमी नहीं है। 80 लाख रुपए का टीका (रिश्ता) तो उसके फूफा राजकुमार ही दिलवा रहे हैं।


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