मैट्रो अस्पताल के डा० बीडी पाठक ने की बच्चे की सफल सर्जरी
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 01 दिसंंबर: मैट्रो अस्पताल के डॉक्टरों ने 3 साल के एक बच्चे के पेट से 31 चुम्बक निकालने में सफलता हासिल की है।
अस्पताल के डा०बीडी पाठक ने बताया कि मथुरा निवासी एक व्यक्ति टीटू अपने तीन साल के बेटे प्रिंस को मैट्रो अस्पताल में पेट दर्द की शिकायत को लेकर आया था जोकि पिछले एक वर्ष से पेट दर्द से परेशान था। दर्द के दौरान अस्पताल में दाखिल हुए प्रिंस की जांच करने से पता चला कि उसके पेट में कोई धातु की वस्तु फंसी हुई है।
मैट्रो अस्पताल के डा० बीडी पाठक के नेतृत्व में डा० विक्रान्त चौहान, डा० अजय वर्मा एवं अन्य की सर्जरी टीम ने बच्चे का आप्रेशन किया। आप्रेशन करने के दौरान पता चला के बच्चे की आंत में जगह-जगह चुम्बकीय धातु है और जिसकी वजह से उसकी आंतें आपस में चिपक गई है और जगह-जगह से गल भी गई है।
वरिष्ठ सर्जन डा० बीडी पाठक ने बताया कि करीब 3 घंटे चले इस आप्रेशन के दौरान उस तीन साल के प्रिंस के पेट से 29 चुम्बक, एक कलाई वाली घड़ी का बैटरी सैल और एक सिक्का निकला। वहीं मरीज की करीब एक फुट गली हुई आंत को भी काट कर बाहर निकाल दिया गया।
डा० पाठक ने बताया कि इस बच्चे के घर पर ज्वैलरी बॉक्स बनाने का कार्य होता है जिसमें कि चुम्बक का प्रयोग होता है। इसलिए ऐसा प्रतीत होता है कि यह बच्चा कई महीनों से धीरे-धीरे चुम्बक और अन्य चीजें खाता रहा होगा जोकि आपस में चिपकती चली गई और उन्होंने बीच की आंत को भी गला दिया।
डा० पाठक ने बताया कि इतने छोटे बच्चे के पेट से जटिल आप्रेशन कर इतनी सारी चुम्बक सफलतापूर्वक निकालने का एक अदभुत आपरेशन पहली बार किया गया। उन्होंने बताया कि यह विश्व का एक पहला आप्रेशन है जिसमें कि 29 चुम्बक सफलता पूर्वक निकाली गई।
मैट्रो अस्पताल के वरिष्ठ कार्डियोलोजिस्ट एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डा० एसएस बंसल ने इस कार्य के लिए डा० बीडी पाठक और उनकी सर्जरी टीम को बधाई दी। साथ ही साथ डा० बंसल ने और जन-जागरण को सलाह दी कि बच्चों का ध्यान रखे और उन्हें ऐसी चीजों से दूर रखें। उन्होंने कहा कि मैट्रो अस्पताल लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने के लिए अग्रणीय है और भविष्य में भी इसी प्रकार जटिल सर्जरियंा कर अस्पताल के कुशल चिकित्सक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रयासरत रहेंगे।
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