नवीन गुप्ता
पलवल, 5 दिसंबर: एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन औरंगाबाद में स्कूल स्तर के हिन्दी शिक्षकों के लिये ‘आइटम राइटिंगÓ विषय पर नेशनल टैस्टिंग सर्विस-मैसूर द्वारा प्रायोजित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय इस कार्यशाला में दयालबाग विश्वविद्यालय आगरा में शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० के०सी० ने वशिष्ठ मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। जबकि एईआई के चेयनमैन विनय गुप्ता, एईआई के निदेशक प्रो० आरएस चौधरी, ट्रस्टी एडवोकेट नितेश गुप्ता, एआईई की प्राचार्या डॉ० श्रीमती लक्ष्मी शर्मा, हिन्दू कॉलेज ऑफ एजूकेशन सोनीपत की रीडर डॉ० परवीन शर्मा, डॉ० संजय श्रीवास्तव एवं राष्ट्रीय परीक्षण केन्द्र के एन्सी थॉमस विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संस्थान की सहायक प्रोफेसर गीता हरसाना द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि डॉ० केसी वशिष्ठ द्वारा कार्यशाला का उद्घाटन व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। इसके अन्तर्गत डॉ० वशिष्ठ ने शिक्षण उद्देश्यों के आधार पर प्रश्न पत्र तैयार कर छात्रों के मापन एवं मूल्यांकन के विषय पर अपने विचार रखे। संस्थान के निदेशक प्रो० आरएस चौधरी ने कार्यशालाओं के आयोजन को शिक्षक एवं छात्र हित में बताया। संस्थान के चेयरमैन विनय गुप्ता ने सभी अतिथियों का संस्थान परिसर में स्वागत करते हुए कार्यशाला की सफलता के लिये अपनी शुभकामनाऐं व्यक्त की।
संस्थान की प्राचार्या डॉ० श्रीमती लक्ष्मी शर्मा ने भारतीय संस्कृति के मूल मंत्र सत्यम् शिवम् सुन्दरम् की अवधारणा को शिक्षण उद्देष्यों के साथ जोड़ते हुए बताया कि कैसे एक शिक्षक समग्र राष्ट्र के बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकता है। इसके बाद डॉ० प्रवीण शर्मा ने परीक्षण एवं मूल्यांकन के मूल आधारों को बेहतर ढंग से समझाया।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दीघौट के प्राचार्य डॉ० देवेन्द्र स्वामी ने छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में मूल्यांकन के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके उपरान्त श्री लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ नई दिल्ली की प्रो० अमिता पाण्डे ने सत्त एवं समग्र मूल्यांकन प्रणाली के साथ मापन एवं मूल्यांकन के विभिन्न तरीकों को समझाया। राष्ट्रीय परीक्षण केन्द्र के रिसोर्स पर्सन डॉ० संजय श्रीवास्तव एवं एन्सी थॉमस द्वारा कार्यशाला में हिस्सा ले रहे समस्त शिक्षकों से प्रश्नपत्र निर्माण कराया गया। इनके द्वारा प्रश्न पत्र निर्माण के विभिन्न तरीकों एवं प्रश्नपत्र निर्माण करते समय रखी जाने वाली सावधानियों की तरफ प्रकाश डाला गया।
इसके बाद संस्थान की प्राचार्या डॉ० श्रीमती लक्ष्मी शर्मा द्वारा सम्पूर्ण कार्यशाला का सारांश प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात् सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय परीक्षण केन्द्र के अध्यक्ष बालाकुमार द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किये गये।
कार्यशाला का समापन व्याख्यान एनसीईआरटी के आरएल फुटेला द्वारा प्रस्तुत किया गया एवं धन्यवाद प्रदीप पाराशर द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ० संगीता जैन, डॉ० झरना गुप्ता, अनूप बलूनी, मनोज कुमार एवं डॉ० एकता त्यागी सहित संस्थान के डीएड, बीएड एवं एमएड के छात्र-छात्राऐं उपस्थित थे।
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