नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 7 दिसंबर: महिलाओं के सम्मान में आर्य समाज के योगदान को किसी भी सूरत में नाकारा नहीं जा सकता। यह उदगार मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा ने ग्त दिवस एनएच 3, एसजीएम नगर, स्थित महर्षि दयानंद योगधाम द्वारा आयोजित ऋगवेद परायण महायज्ञ के अवसर पर महिला सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहे। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि महिला उत्थान के क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा भी ठोस पग उठाए जा रहे हैं जिसमें महिला थानों का गठन प्रमुख रूप से महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने में मील का पत्थर साबित हो रही है। सीमा त्रिखा ने कहा कि महिलाओं को चाहिए की वे अपने अधिकारों के साथ- साथ अपने कत्र्तव्यों के प्रति भी जागरूक रहें। उन्होंने कहा कि महिला दो परिवारों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है जो बहू तो कभी बेटी बनकर परिवारों से मिले संस्कारों के साथ समाज को मजबूत बनाने में अपना योगदान देती हैं।
समारोह के दौरान योग गुरू डॉ० स्वाती द्विव्यानंद सरस्वती, मुकेश मेधर्थी, अचार्य ऋषिपाल, हरिओम शास्त्री, श्रृद्धा नंद, करमचंद शास्त्री, सतपाल शास्त्री, प्रदीप शास्त्री, योगंद्र फोर ऋ गवेद परायण महायज्ञ, वेद कथा, महिला उत्थान जैसे विषयों पर अपने विचार प्रकट कर लोगों को जागरूक किया। इस अवसर पर संस्था की ओर से मुंशी लाल अग्रवाल, रामखिलावन, कौशल मुनी, ओपी धामा, निष्काम मुनी, बिमला ग्रोवर, कौशल नागपाल, निर्मल धामा, शीला शांता अग्रवाल, ऊषा गिरधर, मंजूला भाटिया, द्रोपदी तनेजा, निलम, संतोष विरमानी, प्रेमलता अग्रवाल, सुषमा यति, संतोष तनेजा, सहित अनेकों गणमांय व्यक्तियों ने मुख्य अतिथि का समारोह में पहुंचने पर अभार व्यक्त किया।
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