हेमसा ने सरकार को दी बड़े आंदोलन की चेतावनी
नवीन गुप्ता
चंडीगढ़, 11 दिसंबर: सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा करने को लेकर गहरा रोष प्रकट किया है।
एसोसिएशन के राज्य प्रधान संदीप सांगवान, उपप्रधान शर्मिला व उपमहासचिव हितेंद्र सिहाग ने आज एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि वीरवार को सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित पड़ी मांगों को लेकर बातचीत हुई। बातचीत में मुख्यमंत्री ने तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाते हुए कर्मचारियों की मांगों से मुंह मोड़ लिया। उन्होंने कहा कि बातचीत में मुख्यमंत्री के रवैये से साफ हो गया है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा जारी किया गया घोषणा पत्र केवल वोट हासिल करने का जरिया था। अब भाजपा सरकार के लिए कर्मचारियों से किए गए वायदे केवल चुनावी जुमले बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को आम जनता व कर्मचारियों के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा सरकार केवल पूंजीपतियों के हितों की सरकार है। इसके चलते आम जनता से जुड़े विभागों का निजीकरण करने की साजिश भाजपा सरकार कर रही है।
हेमसा नेताओं ने कहा कि सरकारी क्षेत्रों के साथ-साथ कर्मचारी संगठनों को भी भाजपा सरकार खत्म करना चाहती है ताकि कोई भी कर्मचारियों के हितों की आवाज न उठा सके और सरकार अपनी मनमानी करती रहे। उन्होंने कहा कि हेमसा पंजाब के समान वेतनमान की मांग को लेकर लगातार आंदोलन करती आ रही है, लेकिन मुख्यमंत्री ने पंजाब के समान वेतनमान देने के वायदे मुकरने का काम किया है, जिसकी हेमसा संगठन कड़े शब्दों निंदा करता है और सरकार को चेतावनी देता है कि पंजाब के समान वेतनमान की मांग को जल्द ही पूरा नहीं किया गया तो हेमसा इसको लेकर बड़ा आंदोलन शुरू करने को मजबूर होगी।