ऋचा गुप्ता
फरीदाबाद, 20 जनवरी: बेटी फूलों की कली सी होती है जिसका पालन-पोषण अच्छे वातावरण में किया जाना चाहिए ताकि वह बड़ी होकर अपने गुण, ज्ञान व कर्म के बल पर परिवार से मिलें, संस्कारों की खुशबू समाज में बिखेर सके। यह विचार मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती सीमा त्रिखा ने बडख़ल राजकीय विद्यालय में आयोजित एक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित कन्याओं के सम्मान में उन्हें फूल भेंट करते हुए कहे। श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि फूल की कली सी बेटी को अच्छे वातावरण के साथ परवरिश कर बड़ा करने वाले अभिभावकों व परिवार के सदस्यों को भी इसके साथ साथ सम्मानित किया जाना चाहिए।
सीमा त्रिखा ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा हाल ही में बीते एक वर्ष के दौरान एक अभियान चलाया गया था जिसके अंतर्गत प्यारी लाडो के नाम को सम्बोधित आयुषमति भव, सौभाग्यवती भव, गुणवत्ती भव: एक पत्र 26 जनवरी 2015 से 25 जनवरी 2016 के बीच जन्मी कन्याओं के नाम शिक्षा विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा संबंधित क्षेत्रों में दिया जाना है जिसका उद्देश्य आगामी 26 जनवरी को आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में कन्याओ व उनके परिवार के सदस्यों को सम्मान स्वरूप आमंत्रित करना है जिसका ध्येय बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के तहत पत्र के माध्यम से सीधा संवाद कर उन्हें इस अभियान के साथ जोडऩा है ताकि वह इस अभियान को सफल बनाने में अपना सहयोग दे सके।
मुख्य संसदीय सचिव ने समाज के प्रबुद्धजनों से आहन किया है कि वह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने में अपने स्तर पर सरकार का पूरा पूरा सहयोग करें।
इस अवसर पर बडख़ल मण्डल अध्यक्ष कर्मबीर बैंसला, सुरेन्द्र शर्मा, राजकुमार गौड, ओमप्रकाश गौड, विक्रम रावत, हरदयाल मदान, असलम, रमन जेतली, सोनी, केशु भण्डारी, सोनू बजरंगी सहित शिक्षा विभाग की और से डीओ व बीओ विशेष रूप से उपस्थित थे।