जस्प्रीत कौर/नेहा राघव
फरीदाबाद, 4 मार्च: देश का किसान दु:खी और परेशान है, किसी सरकार ने किसानों के लिए कोई बड़ा काम नहीं किया। इसलिए आगामी 10 मार्च 2016 को पूरे भारत का किसान जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अ) द्वारा गठित किसान मंच के तत्वाधान में विशाल जनसभा के रूप में आंदोलन करेगा। भाकियू (अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अम्बावता ने कहा कि इस रैली से भाकियू नेता केन्द्र सरकार के समक्ष किसानों की बेहतरी के लिए किसान आयोग के गठन की मांग करता है। पूरे देश का किसान कर्जमुक्त होना चाहिए। किसानों को 25 सौ रूपए प्रतिमाह पेंशन मिले। किसानों को भरपूर बिजली-पानी मिले। खेती उपकरणों की खरीद पर सब्सीडी मिले। किसानों के बिजली बिल माफ हों। पूरे देश में वृद्धा पेंशन 2000 हो, ताकि देश के बुर्जगों को सम्मान मिले। किसानों को बिना ब्याज पर लोन की सुविधा हो, किसानों को खाद व यूरिया पूरी मात्र में मिले, फसल बर्वाद होने पर 25000 प्रति हैक्टर का मुआवजा मिले, किसानों को 25 सौ रूपए बुढ़ापा पेंशन मिले। आधुनिक खेती के लिए पूरे देश में किसान केन्द्र खोले जाएं। जिन किसानों ने आत्महत्याएं की हैं उनकी विधवाओं को सरकारी नौकरी मिले। उन्होंने कहा यदि केन्द्र सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो पूरे देश में किसान आंदोलन किए जाएंगे।
अम्बावता ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य मंत्री सिर्फ बाते करतें हैं, जबकि सब जानते हैं सिर्फ बातों से देश का विकास नहीं होता। विकास के लिए ठोस नीतियां बनानी चाहिए। भाजपा और संघ ने देश का भाईचारा बिगाड़ कर रख दिया है। वह अपने संबोधन में सौ करोड़ देशवासियों का देश कहते हैं, जबकि अल्पसंख्यक वर्ग भी इसी देश का अंग है। उनके पूर्वजों ने भी देश की आजादी के लिए कुर्बानी दी है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाने वालों को एहसान फरामोश करार देते हुए कहा जो लोग (नटवर) कल तक गांधी परिवार के तलवे चाटते थे, अब वही उनकी जडें खोद रहे हैं। यह शर्मनाक है। सत्ता परिवर्तन होता रहता है, मगर इसका मतलब यह नहीं की वफादारी भूल जाएं। उन्होंने कहा यह देश के प्रधानमंत्री को यह शोभा नहीं देता कि वह गढ़े मुर्दे उखाड़कर समय खराब करें। पूरे देश को पता है पिछले 60 वर्षों में गांधी परिवार के कितने लोगों ने अपनी जान न्योछावर की है, और देश की जनता यह भी देख रही है कि भाजपा सरकार ने 2 वर्ष में कुछ भी नहीं किया।
अम्बावता ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने चुनाव से पहले जितने भी वायदे किए थे उनमें से एक भी पूरा नहीं किया। अब तक वह कांग्रेस द्वारा शुरू की गई योजनाओं पर ही राजनीति कर रहे हैं। मनरेगा, आधार कार्ड, एफडीआई, गैस सब्सीडी आदि योजनाओं को पहले वह खराब बताते थे जबकि अब इन्ही की तारीफ कर रहे हैं। उन्होंने मोदी पर चुटकी ली जिस प्रकार केन्द्र सरकार काला धन रखने वालों से आग्रह कर रही है, इस प्रकार कोई काला धन जमा नहीं कराएगा। प्रधानमंत्री सख्त नीति अपनाकर विदेशों में जमा काले धन को देश में लाकर दिखाएं।
अम्बावता ने सुब्राहयम स्वामी पर चुटकी लेते हुए कहा यह आदमी कीचड़ की बाल्टी लेकर घूम रहा है। जो देशवासी आरएसएस या धर्म के विपरीत बात करता है, उस पर कीचड उड़ेल देता है। ऐसे लोग देश के लिए घातक है यह देशद्रोही है, और देश का भाईचारा खत्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा भाजपा को देश की जनता ने मौका दिया है, कुछ कर दिखाने का तो वह काम करें। वह देश का विकास करें। अयोध्या में राम मंदिर बनाएं। कश्मीर में धारा 370 को खत्म करके दिखाए। देश से गरीबी, बेरोजगारी, मंहगाई, अराजकता और आंतकवाद को समाप्त करके दिखाएं। उन्होंने कहा भाजपा नेताओं पर पूरा संगठन और समर्थन है, वह केवल काम करें बातें नहीं। क्या पता 2019 में उन्हें फिर यह सुनहरी मौका न मिले। उन्होंने कहा संघ और भाजपा नेता देश में नफरत न फैलाएं।
घपोरशंख है बज़ट:-
अम्बावता ने वित्तमंत्री अरूण जेटली के बज़ट को बेकार और रहीसों को लाभ पहुंचाने वाला घपोरशख करार दिया। उन्होंने कहा किसानों के लिए बजट में कुछ नहीं है सिर्फ लच्छेदार भाषण हैं। वित्तमंत्री और प्रधानमंत्री ने किसानों को राहत पहुंचाने के लिए कोई नीति नहीं बनाई।
मुफ्तखोरों का सरदार केजरीवाल:-
भाकियू अध्यक्ष ऋषिपाल अम्बावता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को मुफ्तखोरों का सरदार बताते हुए कहा आम आदमी पार्टी के मुखिया और उनके मंत्रियों ने दिल्ली को 20 साल पीछे धकेल दिया। भ्रष्टाचार और अपराध को दिल्ली से दूर करने वाली आप सरकार की टीम पूरी तरह इन्ही आरोपों से घिर रही है। आप नेताओं ने दिल्ली की जनता को मुफ्त बिजली-पानी देने के लालच में लेकर दिल्ली पर कब्जा कर लिया। कल तक सादा जीवन जीने और कोई सरकारी सुविधा न लेने की बातें करने वाले अब आम से खास हो गए और मोटी तनख्वाओं से सरकारी खजाने को चपत लगा रहे हैं।
हरियाणा में 36 विरादरी फिर साथ आएं:-
किसान नेता अम्बावता ने कहा आरक्षण की आग में हरियाणा की हर जाति जली है। इसलिए अब किसी एक जाति को आरोपी मानकर अलग-अलग नहीं करना चाहिए। कोई जाति बुरी नहीं होती जाट आन्दोलन की आड में कुछ शरारती तत्वों ने लूटपाट और आतंक मचाया है। ऐसे उपद्रवियों की कोई जाति नहीं होती, इसलिए उन्हें सख्त सजा दी जानी चाहिए। अम्बावता ने कहा आरक्षण हर जाति का अधिकार है इसलिए आरक्षण आर्थिक आधार पर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा हरियाणा किसानों का प्रदेश है यहां फिर से भाईचारा बढ़ाने के लिए 36 विरादरी के लोग को पूराने जख्म भूलकर एक सार्वजनिक मंच पर एक होने के लिए आना चाहिए। भाकियू 10 मार्च के बाद हरियाणा में शांति और भाईचारा बनाने के लिए एक सर्वजातीय महासभा का आयोजन करेगी।