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फरीदाबाद, 6 जुलाई (नवीन गुप्ता): मंझावली व पलवली गांव के सरकारी स्कूल में आपदा प्रबंधन पर मॉक ड्रिल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर विषय विशेषज्ञ व चीफ वार्डन सिविल डिफैंस डॉ० एमपी सिंह के नेतृत्व में एनडीआरएफ की टीम ने छात्रों को आपदा के समय बरती जाने वाली एहतियातों के बारे में बताया।
इस मौके पर तहसीलदार वीरेन्द्र राणा, नायब तहसीलदार व संबन्धित पटवारी मुख्य रूप से उपस्थित थे। मंझावली के सरकारी स्कूल में ग्रामवासियों को पहले बाढ़ व आपदा से संबन्धित जरूरी जानकारी एनडीआरएफ के इंस्पैक्टर नीरज गुप्ता ने दी। उन्होंने बाद में यमुना नदी में नाव चलाना सिखाया व गोताखोरों के माध्यम से डूबे हुए लोगों को निकालने की तरकीब बताई। मंझावली में रतन सैनी, रमेश चन्द, वीरपाल, महेन्द्र, सतीश व जग्गी को शामिल करके तैराकों व गोताखोरों की टीम गठित की गई ताकि आपातकालीन स्थिति में प्रशासन की मदद की जा सके।
वहीं एमपी सिंह ने बताया कि डूबते को तिनके का सहारा सही कहावत है क्योंकि पहले समय में सूखे कद्दू को बांधकर लोग गहरे पानी को पार कर जाते थे और दो तीन दिन तक पानी में रहने के बाद भी सुरक्षित मिलते थे लेकिन आजकल तैरना किसी किसी को ही आता है, जिनको तैरना नहीं आता है वे कद्दू का प्रयोग कर सकते हैं। आपदा के समय धैर्य को नहीं खोना चाहिए।
इस अवसर पर सिंचाई विभाग के एसडीओ शिवकुमार, बिजली निगम के एसडीओ नरेश कुमार यादव व जेई जितेन्द्र सिंह, कानूनगो अजय कुमार, पटवारी दलबीर व दलीप कुमार, पशुपालन विभाग से नेकीराम, पंचायत विभाग से करण सिंह तथा सिंचाई विभाग से कार्यकारी अभियंता वीएस रावत भी मौजूद थे।