पर्यावरणनुकूलित भवनों की अवधारणा पर बनाये जायेंगे भवन
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 05 जनवरी (नवीन गुप्ता): वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद ने नये बनाये जाने वाले प्रशासनिक खंड तथा अकादमिक (विज्ञान) खंड को पर्यावरणनुकूल बनाने के दृष्टिगत राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम लिमिटेड के साथ एक समझौता किया है। समझौते के अंतर्गत विश्वविद्यालय को निगम भवनों के निर्माण के लिए डिजाइन, निर्माण तथा परामर्श सेवा प्रदान करेगा।
दोनों पक्षों के लिए आज यहां आयोजित एक कार्यक्रम में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये। विश्वविद्यालय की ओर से कुल सचिव डॉ० एसके शर्मा तथा राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम की ओर से कार्यकारी निदेशक राकेश गुप्ता ने कुलपति प्रो० दिनेश कुमार की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम के महाप्रबंधक डीके मित्तल तथा उपमहाप्रबंधक प्रवीण बसवान और विवि से कार्यकारी अभियंता अजय तनेजा तथा तकनीकी सलाहकार एसआर अग्रवाल शामिल थे।
राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम लिमिटेड भारत सरकार का निजी क्षेत्र उपक्रम है जो संपदा विकास और निर्माण के क्षेत्र में कार्य करता रहता है और परियोजना प्रबंधन के लिए परामर्श सेवाएं देता है। पर्यावरणनुकूलित भवनों के निर्माण के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल है। निगम द्वारा संचालित परियोजनाएं देश के लगभग सभी राज्यों के साथ-साथ अन्य देशों जैसे इराक, लिबिया, नेपाल, टर्की, मालद्वीप में भी चल रहे है।
कुलपति प्रो० दिनेश कुमार ने बताया कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय में बनने वाली प्रत्येक इमारत को पर्यावरणनुकूलित बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है, जिससे न सिर्फ ऊर्जा संसाधनों की बचत होगी अपितु यह सुरक्षा की दृष्टि से भी अधिक फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि पांच मंजिला नये भवनों का निर्माण कार्य दो वर्ष के भीतर पूरा कर लिया जायेगा और जल्द ही विश्वविद्यालय नये पाठ्यक्रमों को शुरू करने की दिशा में भी कार्य करेगा।