मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 17 जनवरी : नगर निगम फरीदाबाद के चुनावों में वार्ड नम्बर-12 से विजयी हुई सुमन बाला के अनुसूचित जाति से ना होने के आरोपों का निगम के वरिष्ठ पार्षद धनेश अदलखा ने एक सिरे से नकार दिया है। गौरतलब रहे कि सुमन बाला अनूसूचित जाति से महापौर पद की प्रबल दावेदार हैं और कुछ राजनैतिक लोग उनके रास्ते रूकावट पैदा करने के लिए उनके अनुसूचित होने के सर्टिफिकेटस को झुठला रहे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं वार्ड 33 से जीते नवनिवार्चित पार्षद धनेश अदलक्खा ने सुमन बाला के जाति प्रमाण पत्रो की जमकर वकालत करते हुए कहा की सुमन बाला जुलाहा जाति से सम्बन्ध रखती है और उसके स्कूली सर्टिफिकेट्स और अन्य दस्तावेजो में उसे जुलाहाजाति से सम्बंधित दिखाया गया है ऐसे में हारे हुए विरोधी जानबूझकर अफवाहें फैला रहे है।
गौरतलब रहे कि बहुमत से जीती बीजेपी में अब मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए उठा-पटक चल रही है। इसके लिए फरीदाबाद के सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे है क्योंकि नगर निगम फरीदाबाद की 40 सीटों के लिए सम्पन्न हुआ चुनाव कृष्णपाल गुर्जर के नेतृत्व में लड़ा गया था जिसमे बीजेपी ने 29 सीटें हासिल की थी। चूंकि इस बार मेयर का पद अनूसूचित जाति के लिए आरक्षित है ऐसे में वार्ड-12 से अनूसूचित जाति की सीट पर चुनाव जीती सुमन बाला मेयर पद के लिए प्रबल दावेदार मानी जा रही है क्योंकि वह बी.कॉम पास है और शिक्षित है। वहीं मेयर की प्रबल दावेदार होने के नाते अब उनके सामने हारे हुए उम्मीदवार यह दावा कर रहे है की सुमन बाला की जाति जुलाहा नहीं है जबकि उनके पास उनके पिता का 1976 में बना जुलाहा जाति का प्रमाण पत्र आज भी मौजूद है। यहीं नहीं सुमन बाला के सभी स्कूली सर्टिफिकेट्स में उन्हें जुलाहा जाति से सम्बंधित दिखाया गया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पार्षद धनेश अदलक्खा ने कहा कि हारे हुए विरोधी जानबूझकर गलत अफवाहें फैला रहे है। उन्होंने सुमन बाला के सभी स्कूली सर्टिफिकेट्स भी प्रस्तुत किये और उनकी जाति के खिलाफ किये जा रहे आरोपों को दुष्प्रचार करार दिया। उन्होंने कहा की भाजपा ने सुमन बाला को टिकट देने से पहले ही उसके जाति प्रमाणपत्रो को जांच लिया था।
गौरतलब है की नगर निगम के सम्पन्न हुए चुनाव में भाजपा के अनूसूचित जाति से संबंधित तीन उम्मीदवार विजयी होकर आये है जिनमें से एक उम्मीदवार मेयर की आरक्षित सीट पर बैठेगा जिनमें सुमन बाला प्रबल दावेदार के रूप में सबसे आगे चल रही है। इसी कारण सुमन बाला पर उसकी जाति को लेकर यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि उसके द्वारा प्रस्तुत किया गया जुलाहा जाति का सर्टिफिकेट नकली है। हालांकि बीजेपी ने इन सब आरोपो को सिरे से खारिज कर दिया है।
इस मामले में साथी पार्षदों द्वारा की जा रही वकालत के बाद यह लगभग तय हो गया है कि भाजपा में सुमनबाला के नाम पर आम सहमति बन चुकी है। देखना तो अब यह है कि इस बात की औपचारिक घोषणा कब होती है