मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 5 सितंबर : आशा ज्योति विद्यापीठ में शिक्षक दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शिक्षक दिवस के मौके पर बच्चों ने कविता पाठ, पहेलियां, रामायण की चौपाईयां, शिक्षाप्रद दोहे व भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्ण के जीवन परिचय पर व उनके योगदान पर बोले।
इस मौके पर विद्यालय के चेयरमैन सत्यवीर डागर ने शिक्षक दिवस की शुभकांमना देते हुए कहा मां बच्चे की निर्माता होती है तो अध्यापक राष्ट्र का निर्माता होता है। इसलिए गुरू को भगवान से भी बड़ा माना गया है।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या विधु ग्रोवर ने इन पंक्तियों को सुनाते हुए कहा तमसो मां ज्योतिर्गमय् अर्थात अध्यापक अज्ञान रूपी अंधकार से निकाल कर ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि अध्यापक उस जलती हुई मोमबत्ती के समान होता है जो स्वयं जलकर सैकड़ों नहीं लाखों मोमबत्तियों को जलाते हैं। अध्यापक सैकड़ों नहीं लाखों डॉक्टर बना सकता है।
इस मौके पर प्रधानाचार्या ने विज्ञान अध्यापिका रेणु रावत को श्रेष्ठ अध्यापिका का ऑवार्ड देकर सम्मानित किया। अंत में प्रधानाचार्या ने कहा हमारा उद्वेश्य है कि पुस्तकीय ज्ञान के अलावा हमें नैतिक मूल्यों का भी ध्यान रखना चाहिए। माता-पिता एवं गुरूजनों का आदर करना चाहिए। विद्यालय की ओर से शिक्षक दिवस पर सभी अध्यापकगण किंग्डम ऑफ ड्रिमस गुरूग्राम जा रहे हैं।
सारी पृथ्वी को कागज बनाउ, वनराज बनाउ कलम।
सागर को बनांउ स्याई, फिर भी गुरू की महिमा लिखी न जाई।।