मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 9 सितंबर: स्कूली बच्चों एवं युवाओं में बढ़ रही आत्महत्या करने की प्रवृति की रोकथाम के उद्वेश्य से मैट्रो अस्पताल, फरीदाबाद ने एक सराहनीय पहल करते हुए वल्र्ड सुसाईट प्रिवेन्शन डे के उपल्क्ष्य में एक साप्ताहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अरावली इंटरनेशनल स्कूल, वीएन स्कूल, डी.सी. मॉडल, सेंटपीटर स्कूल, ए.वी.एन.स्कूल, न्यू विद्या मंदिर स्कूल, अग्रवाल पब्लिक स्कूल आदि विभिन्न स्कूलों में जाकर सुसाईट प्रिवेन्शनवर्कशॉप की।
कार्यक्रम में मैट्रो अस्पताल के मनो रोग एवं नशा मुक्ति विभाग के विशेषज्ञ डॉ० सचिन कुमार मंगला ने स्कूलों में छात्राओं द्वारा बढ़ रही आत्महत्या की प्रवृत्ति की रोकथाम व उससे जुड़ी बातों के बारे में विस्तार से बताया। डॉ० सचिन ने बताया कि हर घंटे में एक किशोर आत्महत्या की कोशिश करता है, हम सब इस बात से अनजान नहीं है कि आज कल ब्लूव्हेलगेम, पढ़ाई का प्रेशर, रिश्तों में अनबन एवं डिप्रेशन के कारण युवा अपनी जान दांव पर लगा देते है इसलिए इन वर्कशॉप द्वारा हम लोगों को यह बताना चाहते है कि आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नही हैं। आत्महत्या 100 प्रतिशत रोकी जा सकती है, अगर समय रहते पीडि़त को मदद मिल सकें।
इस आयोजन का उद्वेश्य समाज और विशेष रूप से छात्रों और युवा वर्ग के बीच इस पहलू पर जागरूकता पैदा करना व उन्हें इस प्रवृत्ति से दूर करना था। इसी साप्ताहिक कार्यक्रम के दौरान अस्पताल परिसर में एक पेंटिंग कम्पीटीशन का आयोजन भी किया गया, जिसमें विभिन्न स्कूलों के 104 बच्चों ने हिस्सा लिया। कम्पीटीशन में बेहतर पेंटिंग करने वाले स्कूली बच्चों को प्रि-प्रिऐशन सर्टिफिकेट दिए गए और पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर आए बच्चो को पुरस्कार वितरित किए गए। इसके उपरान्त एक इंटरेक्टिव सेशन का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिना उपायुक्त समीरपाल सरो ने शिरकत की और स्कूलों से आए प्रिसिंपल, टीचरों एवं अन्य अतिथिगणों से सुसाइट प्रिवेन्शन से जुड़ी बातों पर अपनी सोच सांझा की।
इस मौके पर अस्पताल के मैनेजिंग डॉयरेक्टर एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एस.एस. बंसल ने जिला उपायुक्त सीमरपाल सरों ने मैट्रो अस्पताल की इस सराहनीय पहल को जमकर सराहते हुए कहा कि अन्य संस्थानों व सामाजिक संस्थाओं को भी ऐसी कार्य शालाएं आयोजित करनी चाहिए ताकि हमारी युवा पीढ़ी को अच्छे और बेहतर दिशा-निर्देश मिल सके।
इस मौके पर डॉ० एस.एस. बंसल ने स्कूली छात्रों से आवाहन किया अगर आप तनाव या उससे संबंधित समस्या से जूझ रहे है तो जरूरी है कि आप अपनी समस्याओं को माता- पिता, भाई-बहन या मित्रों को बताएं ताकि समय रहते वह आपकी मदद कर के समस्या का समाधान कर सके वहीं उन्होंने यह भी बताया कि अगर हमारे आस-पास किसी के भीव्य व्यवहार में परिवर्तन लगे तो हमें उससे उसका कारण पूछना चाहिए और उसकी मदद करनी चाहिए। इन सबके पश्चात एक म्सूजिकल प्रोग्राम का आयोजन भी किया गया।