मैट्रो प्लस से ईशिका भाटिया की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 3 नवंबर: देश की जनता को जल्द महंगाई का एक और झटका लग सकता है। पैट्रोल की कीमतें 80 रुपए के पार जा सकती हैं। इसके साथ ही डीजल की कीमतें भी आने वाले समय में 70 रुपए के पार पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।
गौरतलब है कि सरकार ने घरेलू गैस के दाम बढ़ा दिए हैं। जानकारी के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़कर 61.50 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं जो 2 साल का उच्चतम स्तर है।
कच्चा तेल 2 साल के उच्च स्तर पर
इससे पहले जुलाई-2015 में कच्चा तेल इस कीमत पर पहुंचा था। इस साल की शुरूआत में कच्चा तेल 55 डॉलर प्रति बैरल था जो जून में 44 डॉलर तक आ गया था। पिछले 30 दिनों में कीमतें 10 प्रतिशत तक बढ़ी वहीं जून 2017 के बाद कच्चे तेल की कीमतें 36 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गई हैं। कच्चे तेल का उत्पादन 1.8 मिलियन बैरल घटा दिया हालांकि डिमांड ज्यादा होने के कारण इसकी कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। वैश्विक संकेतों से लगता है कि कच्चे तेल की कीमतें आगे और बढ़ेंगी जिससे देश में भी इसका असर देखने को मिलेगा। एक्सपर्ट के मुताबिक लोगों पर इसका बोझ ज्यादा न पड़े। इसके लिए इन्हें जल्द से जल्द जी.एस.टी. के दायरे में लेकर आना पड़ेगा। अगर पैट्रोल-डीजल की कीमतें और बढ़ीं तो महंगाई का असर देखने को मिलेगा तथा यह केंद्र के साथ-साथ सभी राज्यों की सरकारों को मुश्किल में डाल सकता है।
वैट घटाने के बाद पैट्रोल हुआ महंगा
3 अक्तूबर को केन्द्र सरकार ने पैट्रोल पर लगने वाले वैट की दरों में कटौती की थी। उस दिन दिल्ली में पैट्रोल 70.88 रुपए था। 4 अक्तूबर को यह घटकर 68.38 रुपए हो गया था। 1 नवम्बर को एक बार फिर से यह 69.14 रुपए हो गया है। इस हिसाब से ही देश के अन्य शहरों में फिर से दाम एक माह के पुराने स्तर से ज्यादा पर पहुंच गए हैं।
डीजल भी पीछे नहीं
यही हाल डीजल का है। वैट कटौती की घोषणा से पहले 3 अक्तूबर को दिल्ली में डीजल 59.14 रुपए था। केन्द्र सरकार की घोषणा के बाद 4 अक्तूबर को यह करीब 2.25 रुपए घटकर 56.89 हो गया था। इसके बाद भी डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं और 1 नवंबर को यह 57.73 रुपए हो गया था।