BTW की सील खुलवाने में हुआ था 10 लाख का खेल!
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद/गुरूग्राम, 2 जनवरी: एक बार फिर मैट्रो प्लस की खबर रंग लाई और BTW मामले में जहां कमिश्रर गुरूग्राम डिवीजन का तबादला कर दिया गया वहीं सुनवाई की तारीख भी बदल दी गई है। ध्यान रहे कि BTW की सील खुलवाने में हुआ 10 लाख का खेल! नामक शीर्षक से मैट्रो प्लस ने इस मामले में लेन-देन का खुलासा किया था जिसके चलते बताते हैं कि सरकार द्वारा यह कार्यवाही की गई है। बीटीडब्ल्यू मामले में अब 9 मार्च की बजाए 3 जनवरी का यानि कल बुधवार को सुनवाई होगी। वो बात अलग है कि ये सुनवाई गुरूग्राम डिविजन के कमिश्रर डॉ.डी.सुरेश ही करेंगे जिसके लिए उन्होंने नगर निगम को बाकायदा नोटिस भी जारी कर दिया है। अब देखना यह है कि इस मामले में गुरूग्राम डिविजन के कमिश्रर डॉ. डी.सुरेश तीन जनवरी को सुनवाई पर क्या आदेश करते हैं जिस पर कि शहर के सभी अवैध निर्माणकताओं की भी नजर है। यदि वे जाते-जाते सील खुली रखने के आदेश करते हैं तो इससे शहर के दूसरे अवैध निर्माणकताओं का रास्ता भी खुल जाएगा और यदि वे दोबारा सील करने के आदेश जारी करते है तो उनका दामन पाक साफ हो जाएगा। होना क्या है, यह उनके कल बुधवार को होने वाले फैसले पर निर्भर करता है।
गौरतलब रहे कि गुरूग्राम डिविजन के कमिश्रर डॉ.डी.सुरेश ने एक विवादास्पद फैसला करते हुए नगर निगम फरीदाबाद द्वारा सील किए गए 5एन/40ए व 5एन41ए, एनआईटी स्थित बिट्टू टिक्की वाला (बीटीडब्ल्यू) की सील बिना नगर निगम का पक्ष जाने खुलवा दी थी। कमिश्रर डॉ.डी.सुरेश के इस एकतरफा आदेश से भ्रष्ट्राचार की बू आ रही थी। कारण था कमिश्रर डिविजन द्वारा खानापूर्ति के लिए करीब ढाई महीने बाद 9 मार्च, 2018 को इस मामले में निगम अधिकारियों को अपना पक्ष रखने के लिए गुरूग्राम स्थित अपने कार्यालय बुलाना। इस मामले में इतनी लम्बी तारीख देने के पीछे उनका क्या मकसद था, ये तो वो ही जानते थे, लेकिन जिस तरीके से अपना ट्रांसफर होने के बाद उन्होंने एकाएक इस मामले में स्वयं द्वारा दिए गए आदेशों पर अब नगर निगम का पक्ष जानने के लिए सुनवाई की तारीख बदलकर 9 मार्च की बजाए कल यानि बुधवार 3 जनवरी की रख दी है इससे भी इस मामले में उनकी संलिप्तता संदिग्ध नजर आ रही है। किस आधार पर उन्होंने एकाएक सुनवाई की तारीख बदली हैं, ये कोई बताने को तैयार नहीं है। एसडीओ तोडफ़ोड़ ओ.पी.मोर का कहना है कि वो इस मामले में अपील करेंगे। जो भी हो, बिट्टू टिक्की वाला (बीटीडब्ल्यू) का यह मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इसके अलावा गुरूग्राम डिविजन के कमिश्रर डॉ.डी.सुरेश इसी दिन यानि तीन जनवरी को ही निगमायुक्त समीरपाल सरो द्वारा 170 करोड़ की लेनदारी में डिफाल्टर रहे पांच हाऊसिंग सोसायटियों को सील किए जाने के मामले में भी सुनवाई करेंगे जोकि तारीख पहले से ही निर्धारित है।
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काबिलेगौर रहे कि रिहायशी नक्शा पास करवा उसमें Commercial Building बनाकर उसे मोटे किराए पर बीटीडब्ल्यू को देने तथा सील हुई ईमारत को खोलने में जहां कई सफेदपोश नेताओं ने अपनी तिजोरी भरी थी, वहीं संबंधित अधिकारियों ने भी इसमें लाखो के वारे-न्यारे किए थे। विश्वसनीय सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिर्फ बीटीडब्ल्यू की सील खुलवाने में करीब 10 लाख रूपये के लेन-देन होने की बात सामने आ रही थी जिसको लेकर मैट्रो प्लस ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस रकम में किस-किसने हाथ मारा, ये तो हाथ मारने वाला या देने वाला ही जाने लेकिन जिस तरह से इस बीटीडब्ल्यू की सील खोली गई उसने जीरो टोलरेंस वाली भ्रष्ट्राचार रहित सरकार की नीयत को उजागर करके रख दिया था।
-इस मामले में आगामी विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ते रहिए मैट्रो प्लस……