मैट्रो प्लस से नेहा खन्ना की रिपोर्ट
फरीदाबाद,16 मई:राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा में प्राचार्या नीलम कौशिक की अध्यक्षता में स्वस्थ्य विभाग व जूनियर रेड क्रॉस और सैंट जॉन एंबुलैंस ब्रिगेड ने मीसल्स रूबेला टीकाकरण अभियान चलाया। विद्यालय के अंग्रेजी प्रवक्ता रविंदर कुमार मनचंदा ने बताया की इन दो दिनों आज व कल विद्यालय के सभी बच्चों जो पंद्रह वर्ष तक की उम्र के है, उनका टीकाकरण किया जायेगा। प्रदेश में खसरा, रूबैला टीकाकरण अभियान का संचालन भारत सरकार, यूनिसैफ तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से किया जा रहा है तथा इस अभियान के उपरान्त खसरा, रूबैला के टीके को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में सम्मिलित कर लिया जाएगा। डॉक्टर मनिंदर सिंह ने कहा कि इसके अंतर्गत 9 माह से 15 वर्ष के बच्चों को टीका लगाया जाएगा तथा उन बच्चों को भी यह टीका दिया जाएगा, जिन्हें भले ही एम आर या एम एम आर का टीका दिया जा चुका है। रूबेला वायरस द्वारा उत्पन्न होता है। यह संक्रमित व्यक्ति के खाँसने या छींकने पर हवा द्वारा लाए गए कणों से फैलता है। यह संक्रमित व्यक्ति के निकट या उसके द्वारा उपयोग में लाई गई वस्तुओं के प्रयोग से भी फैलता है। चेहरे पर घावों के निशान होना जो शरीर और हाथ, पैरों तक फैल जाते हैं और आमतौर पर तीन दिन बाद हलके पड़ जाते हैं। 110 से कम बुखार होना, सूजी हुई ग्रंथियाँ होना, जोडों में दर्द होना, सिरदर्द होना, खुजली होना, सर्दी जैसे लक्षण होना, सूजी हुई लाल आँखें, और भूख की कमी। यह पूरे विश्व में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान बनने जा रहा है।
अभियान का उद्देश्य समाज में खसरा और हल्के खसरे की बीमारी से प्रतिरोध क्षमता बढ़ाना है। ताकि बीमारी को रोका जा सके। इसलिए अभियान के दौरान सभी बच्चों को एम आर का टीका लगवाना चाहिए। जो बच्चे पहले इस तरह के टीके लगवा चुके हैं उनके लिए यह नया डोज अतिरिक्त क्षमता प्रदान करेगा। उल्लेखनीय है कि भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों के साथ वर्ष 2020 तक खसरा तथा रूबेला वंशानुगत खसरा लक्षण यानि सी आर एस को समाप्त करने का संकल्प व्यक्त किया है। इस अवसर पर प्राचार्या नीलम कौशिक रविंदर कुमार मनचंदा, डॉक्टर मनिंदर सिंह व उन की पूरी टीम रेनू शर्मा और सभी अध्यापको ने सुनश्चित किया कि जो बच्चें आज टीका नहीं लगवा पाए वे कल अवशय लगवा लें।