मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता/जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
– स्वर संगीत कला केन्द्र जहां तैयार किए जाते हैं सुरों के सम्राट
– यहां नहीं हैं उम्र की कोई सीमा, महिलाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है राधा मैम का जादू
फरीदाबाद, 22 अप्रैल:
यादों का है विशाल आकार।
संजो रखा है एक परिवार।।
एक माला के मोती है सब।
शिक्षा के मंदिर के ज्योति हैं सब।।
नहीं है वह केवल एक महा संगीत विद्यालय का प्रांगण।
यह तो है स्नेह, भक्ति से सजा राधा मैम के घर का आंगन।।
जी हां, हम बात कर रहे हैं उस स्वर संगीत कला केन्द्र की जहां राधा शर्मा नामक एक नेत्रहीन महिला द्वारा अपने घर के ही आंगन में हर उम्र के बच्चों/महिलाओं को संगीत की शिक्षा दी जाती है। यहां संगीत सीखने आने वालों के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं हैं। यहां हर कोई संगीत की शिक्षा पा रहा है।
कुछ भी सीखने के लिए कोई उम्र नहीं होती यह राधा शर्मा द्वारा प्रशिक्षित किए गए उन कलाकारों ने आज स्वर संगीत कला केन्द्र द्वारा सैक्टर-16 स्थित आर्शीवाद रेस्टोरेंट में आयोजित सुरमई शाम नामक कार्यक्रम में साबित कर दिया जिसमें हर उम्र के कलाकारों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में सबसे पहले स्वर संगीत कला केन्द्र की महिलाओं ने अपनी गजलें पेश की जिनमें फिल्मी जगत के बड़े-बड़े शायरों और गजल गायकों की गजलें गाई गई। और यह सब मुमकिन हो पाया राधा शर्मा की संगीत शिक्षा से। उनके संगीत सिखाने का ढंग इस तरह है मानों जैसे कि सब पर एक जादू सा हो गया हो। सब महिलाओं ने दिखा दिया कि राधा मैम का जादू उनके सिर चढ़कर बोला और सबने अपनी गजलें खूब अच्छी तरह गाईं।
इस मौके पर जब बच्चों की बारी आई तो छोटे-छोटे बच्चों की सुरीली और तोतली आवाज में नये और पुराने गाने सुनकर रोंगटे खड़े हो गए। राधा मैम के संगीत सिखाने में एक अलग ही रस है। यह रस उन बच्चों में दिखा और ऐसा लगा जैसे राधा मैम ने बच्चों में इस के साथ तरह-तरह के रंग भर दिए हो। वे नन्हें संगीत सम्राट खूब खिल रहे थे।
स्वर संगीत कला केन्द्र द्वारा आयोजित इस सुरमई शाम का कार्यक्रम सुबह 12 बजे से शुरू होकर शाम 7 बजे तक चला। सबसे पहले स्वर संगीत कला केन्द्र की महिला कलाकारों ने गजलें पेश की। तीन बजे के बाद बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। राधा शर्मा ने इन सब कलाकारों के प्रोत्साहन के लिए इस सुरमई शाम का आयोजन किया था।
इस अवसर पर राधा शर्मा ने बताया कि स्वर संगीत कला केन्द्र एक ऐसा केन्द्र है जहां संगीत की गंगा बहती है।
कार्यक्रम में स्वर संगीत कला केन्द्र की संचालिका राधा मैम के अलावा रिम्पी जैन, सुमन घई आदि कई महिलाएं विशेष तौर पर मौजूद थीं।
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