मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की खास रिपोर्ट
फरीदाबाद, 3 अप्रैल: एक तरफ जहां भारत सहित पूरी दुनिया/विश्व में कोरोना वायरस जैसी महामारी से त्राहि-त्राहि मची हुई और जिसके चलते हजारों लोग मौत की आगोश में समा चुके है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस महामारी से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाऊन घोषित कर सोशल डिस्टेनेंसिंग और मुंह पर मास्क लगाने के आदेश/निर्देश दे रखे हैं। वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के नेता/विधायक और सरकारी अधिकारी प्रधानमंत्री के इन आदेश/निर्देशों का मखौल उड़ाने में लगे हैं।
ऐसे नेताओं और अधिकारियों को लगता है कि कोरोना वायरस जैसी महामारी का शिकार आम लोग ही हो सकते हैं, वे नहीं! शायद यही कारण है कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेनेंसिंग और मुंह पर मास्क लगाने के आदेश/निर्देश सिर्फ आम जनता में ही लागू हो रहे हैं, इन अधिकारियों और राजनेताओं पर नहीं। हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में आज हुई प्रशासनिक अधिकारियों और राजनेताओं की मीटिंग को देखकर तो कम से कम ऐसा ही प्रतीत होता हैं। जिसमें आधे से ज्यादा अधिकारी और राजनेता जिनमें विधायक भी शामिल हैं, स्वयं ही प्रधानमंत्री मोदी के सोशल डिस्टेनेंसिंग और मुंह पर मास्क लगाने के आदेशों की धज्जियां उड़ाते नजर आए। इन्होंने मीटिंग में ना तो सोशल डिस्टेनेंसिंग का फार्मुला अपनाया और ना ही मुंह पर मास्क लगाया। ऐसे अधिकारी और राजनेता फोटो में साफ नजर आ रहे हैं।
ध्यान रहे कि आज लघु सचिवालय के सभागार में जिला प्रशासन की ओर से लॉकडाउन के दौरान लोगों की सुविधा के लिए किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा को लेकर एक मीटिंग आयोजित की गई थी जिसकी अध्यक्षता हरियाणा के परिवहन मंत्री ने की थी। इस मीटिंग में राजनेताओं में जहां विधायक सीमा त्रिखा, नरेंद्र गुप्ता, राजेश नागर, नयनपाल रावत व नीरज शर्मा, मेयर सुमन बाला, जिला परिषद के चेयरमैन विनोद चौधरी, सीनियर डिप्टी मेयर देवेंद्र सिंह, डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने भाग लिया था वहीं प्रशासनिक अधिकारियों में जिला उपायुक्त यशपाल यादव, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के प्रशासक प्रदीप दहिया, अतिरिक्त उपायुक्त आरके सिंह, एसडीएम अमित कुमार, एसडीएम त्रिलोकचंद, एसडीएम पंकज सेतिया, संपदा अधिकारी एचएसवीपी परमजीत चहल सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर परिवहन मंत्री ने कहा कि लाकडाउन के दौरान गरीब व्यक्तियों को फूड पैकेट्स व राशन वितरण का कार्य बेहतर ढंग से किया जाए। प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति तक खाना पहुंचना चाहिए। इस दौरान कालाबाजारी पर कड़ी नजर रखी जाए तथा कोई भी व्यक्ति इन दिनों किरायेदारों से किराये की मांग न करे।
उन्होंने कहा कि सभी औद्योगिक क्षेत्र या ठेकेदार अपने कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन जल्द से जल्द देना सुनिश्चित करें। अगर कोई व्यक्ति इस दौरान मकान, दुकान आदि जो किराये पर दिए गए हैं, का किराया वसूलने के लिए प्रभाव बनाता है, वह व्यक्ति पुलिस को कंट्रोल नंबर पर सूचित करे। सरकारी जमीन पर रहने वाले लोगों से किसी भी प्रकार का कोई व्यक्ति किराया वसूल करता पाया गया तो उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि साप्ताहिक राशन सही जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे, कोई बगैर जरूरतमंद व्यक्ति यह राशन न ले। शहर के सभी वार्डों में सही जरूरतमंद व्यक्ति की पहचान कर ली जाए। शहर के सभी स्लम क्षेत्र कवर किए जाएं। लोगों को सामाजिक दूरी की जरूरत के बारे में भी जागरूक करें। कालोनियों में एक जगह भीड़ एकत्रित न करें, अपितु राशन वितरण का कार्य डोर टू डोर होना चाहिए।
वहीं इस अवसर पर उपायुक्त यशपाल ने बताया कि इस समय सेक्टर-15 स्थित सिंह सभा गुरूद्वारा, राधा स्वामी सत्संग भवन अजरौंदा, इस्कान व जिला रैडक्रास सोसायटी की ओर से फूड पैकेट्स तैयार करवाकर शहर के सभी वार्डों में भेजे जा रहे हैं। हर वार्ड में पार्षद, वार्ड अधिकारी व वालिंटियर की मदद से यह फूड पैकेट्स जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुंचाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस समय शैल्टर होम में करीब 216 व्यक्ति रह रहे हैं, जिन्हें खाना व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। असंगठित मजदूरों को पंजीकृत करने के लिए सरकार की ओर से पोर्टल बनाया गया है। इस पोर्टल पर अब तक जिले के करीब 9 हजार लोगों ने पंजीकरण करवाया है, जिन्हें आगामी दिनों में एक हजार रूपए की राशि मिलेगी। सभी राशन डिपुओं के माध्यम से भी राशन वितरण का कार्य शुरू किया जा चुका है, जो जल्द ही सभी कार्ड धारकों को उपलब्ध हो जाएगा।
कोरोना के संभावित संक्रमण के दृष्टिगत कोरेंटाइन सेंटर बनाने के लिए स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय व अन्य सरकारी इमारतों को चिन्हित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी रोकने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है, पिछले दिनों कुछ दुकानदारों पर एफआईआर भी दर्ज की गई है।