मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 23 अप्रैल: शहर के पूर्व मेयर एवं कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा के बेटे भारत अरोड़ा को थाना कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ थाना कोतवाली पुलिस ने आईपीसी एक्ट की धारा 323, 34, 452 व 506 के तहत एफआईआर दर्ज है। यह मुकदमा शहर की 70 वर्ष पुरानी संस्था विजय रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों की शिकायत पर दर्ज हुआ है। पूर्व मेयर अशोक अरोड़ा के बेटे की गिरफ्तारी होने से राजनैतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चांओं ने जन्म ले लिया है। ध्यान रहे कि गत् 12 अप्रैल को पूर्व मेयर अशोक अरोड़ा के पुत्र भारत अरोड़ा का अपने कुछ साथियों के साथ उक्त संस्था में घुसकर संस्था के पदाधिकारियों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया था। संस्था द्वारा इसकी शिकायत थाना कोतवाली में अगले दिन दी गयी थी। संस्था के महासचिव व चेयरमैन द्वारा शिकायत करने के तुरंत बाद भारत अरोड़ा एवं उनके साथी पुनीत चावला ने भी कोतवाली में कमेटी पर उल्टा आरोप लगाते हुए कि वो नहीं गए थे, उन्हें बुलाया गया था और मारपीट भारत के साथ की गयी है ऐसा लिख कर शिकायत की थी।
कार्यवाही के लिए लॉकडाउन की वजह से पुलिस प्रशासन की ओर से थोड़ा समय लिया गया। इस बीच समझौते की बातें भी सामने आ रही थी जिसमें संस्था को कोई आपत्ति भी नजर नहीं आ रही थी। जानकारी के मुताबिक मंगलवार, 21 अप्रैल को दोनों पक्षों को कोतवाली में बुलाया गया और पुलिस के जांच अधिकारी ने पूरे मामले को सुन भारत अरोड़ा की गलती जान उन्हें समझाने की कोशिश भी की गयी। परन्तु उनके व्यवहार से जब बात बनती नजर नहीं आयी तो कोतवाली एसएचओ मनोज कुमार के सामने दोनों को पेश किया गया। ोनों पक्षों जहां ने अपना पक्ष रखा जिसमें भारत अरोड़ा अपने द्वारा दी गयी शिकायत में लिखी किसी एक बात को भी सही साबित नहीं कर पाये। आईओ सहित पुलिस के अन्य अफसरों ने 22 अप्रैल को मौका-ए-वारदात पर जाकर पूछताछ व जांच पड़ताल की और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली गयी जिसमें भारत अरोड़ा को ही दोषी पाया गया। इसी के चलते भारत अरोड़ा के खिलाफ आईपीसी एक्ट की धारा 323, 34, 452 व 506 के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है।
विजय रामलीला कमेटी के चेयरमैन सुनील कपूर का कहना है कि ऐसा करना इसलिए भी जरूरी था ताकि दोबारा कभी संस्था में किसी के साथ भी इस तरह की अभद्रता ना की जा सके। इस हादसे को मद्देनजर रखते हुए संस्था में पिछले दिनों एक कार्यकारिणी बैठक रखी गयी जिसमें उप-चेयरमैन टेकचंद, सचिव वैभव, कन्वीनर हिमांशु अरोड़ा, सह-कोषाध्यक्ष नवीन, निर्देश सुरेंद्र सर्राफ , अशोक नागपाल, धर्मशाला प्रभारी सुशील, अरुण भाटिया, मंच सज्जा प्रभारी तरुण भाटिया, संस्था के सरपरस्त सुभाष कुमार, राजेंद्र साहिनी, पंडित रघुनाथ शर्मा आदि सभी औहदेदारों ने हिस्सा लिया और सभी ने यह तय किया कि यह चोट महासचिव को नहीं बल्कि कमेटी को दी गयी है और कमेटी पूर्णत: अंत तक कार्यवाही करेगी और सभी साथ हैं। संगठन की अन्य संस्थाओं को भी अगर इस मामले में बिठाना पड़ा तो बिठाएंगे, उच्च न्यायालय तक जाएंगे पर ऐसी गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।