मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की विशेष रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 29 जून: स्कूल फीस के मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से किसी भी प्रकार की राहत ना मिलती देख आखिरकार काफी कशमकश के बाद शहर के चंद ब्रांडेड स्कूलों को अभिभावकों के आगे घुटने टेकने ही पड़ गए और मजबूरन उन्हें अपनी स्कूल फीस को रोलबैक करना पड़ गया। वो बात अलग है कि वो फीस में रोलबैक तो कर रहे हैं लेकिन जिस बढ़ी हुई फीस को वो वसूल चुके हैं, उनको जुलाई की फीस अक्टूबर में एडजेस्ट करने की बात कहकर फिलहाल मामले को लंबा खींचने के मूड में हैं जिससे अभिभावकों में रोष है। इन ब्रांडेड स्कूलों में सैक्टर-16ए का ग्रेंड कोलम्बस इंटरनेशनल स्कूल और सैक्टर-17 का मार्डन स्कूल शामिल है।
मजेदार बात तो ये बताई जा रही है कि जिन बच्चों के अभिभावक हरियाणा अभिभावक एकता मंच से जुड़े हुए हैं, उनकी बढ़ाकर जमा हुई फीस तो जुलाई में एडजेस्ट की जा रही है और बाकियों को एडजेस्ट करने के लिए अक्टूबर का समय देकर टरकाया जा रहा है ताकि तक मामला शांत हो सके।
मंच ने ऐसे अभिभावकों को कहा है कि वे इस मामले की शिकायत चेयरमैन एफएफआरसी सहित मंच को भी लिखित रूप में करें ताकि मंच उस पर उचित कानूनी कार्यवाही कर सके। मंच ने कहा है कि मंच से जुड़े अभिभावकों और बाकी के अभिभावकों में वे कोई फर्क नहीं समझते, इसलिए ऐसे मंच से ना जुड़े अभिभावक भी मंच से बेहिचक सम्पर्क कर सकते हैं।
वहीं मंच के कैलाश शर्मा ने एक बड़ा बयान दिया है कि उनका मंच शहर के उन 95 प्रतिशत से ज्यादा Lower और Middle क्लॉस स्कूलों के साथ खड़ा है जोकि ब्रांडेड स्कूलों की मनमानी का खमियाजा बेवजह भुगत रहे हैं। कैलाश शर्मा ने इन Lower और Middle क्लॉस स्कूलों के अभिभावकों से स्कूलों की फीस भी जमा कराने की अपनी कर ऐसे स्कूलों को मनमानी करने वाले चंद ब्रांडेड स्कूलों का बहिष्कार करने की बात कही है।
ध्यान रहे कि ट्यूशन फीस को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा निकाले गए आदेशों पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा रोक न लगाने के बाद ग्रैंड कोलंबस स्कूल व मॉडर्न स्कूल ने बढ़ी हुई फीस को रोलबेक कर लिया है। जिन अभिभावकों ने बढ़ी हुई फीस जमा करा दी है उनको जून व जुलाई की फीस में एडजस्ट करने को कहा है। हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने इसे अभिभावकों की जीत बताया है। डीपीएस सैक्टर-81 सहित जिन स्कूल प्रबंधकों ने अभी भी बढ़ी हुई फीस को वापस नहीं किया है, मंच ने उनसे भी फीस रोल बैक करने के लिए कहा है।
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व जिला सचिव डॉ० मनोज शर्मा ने चेयरमैन एफएफआरसी को तीसरा पत्र लिखकर कहा है कि जिन स्कूल प्रबंधकों ने अभी भी बढ़ी हुई फीस को वापस नहीं लिया है उनसे फीस रोलबैक करवाएं और जिन स्कूल प्रबंधकों ने बढ़ी हुई फीस अभिभावकों से ले ली है उसको जून-जुलाई की फीस में एडजस्ट कराएं। जो स्कूल प्रबंधक ऐसा ना करें उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।
कैलाश शर्मा ने कहा है कि कई स्कूलों के अभिभावकों ने मंच को जानकारी दी है कि स्कूल प्रबंधक जुलाई से तिमाही आधार पर एनुअल चार्ज व अन्य फंडों के साथ फीस लेने के लिए नोटिस भेज रहे हैं। मंच ने अपने पत्र में ऐसे स्कूलों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
मंच ने अभिभावकों से कहा है कि वह इस प्रकार के नोटिस के साथ चेयरमैन एफएफआरसी के पास लिखित शिकायत दर्ज कराएं और उसकी प्रति मंच को दें। अभिभावक जुलाई से भी मासिक आधार पर गत् वर्ष की ट्यूशन फीस ही जमा कराएं। जिन स्कूल प्रबंधकों ने ट्यूशन फीस में अन्य फंडों को मर्ज कर दिया है और मांगने पर वे ट्यूशन फीस का ब्रेकअप नहीं दे रहे हैं उसकी भी शिकायत चेयरमैन एफएफआरसी से करे। अगर चेयरमैन एफएफआरसी उनकी शिकायत पर शीघ्र कार्रवाई नहीं करता है तो तुरंत अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा डॉ. महावीर सिंह के पास शिकायत दर्ज कराएं। जिन अभिभावकों ने आर्थिक कारणों से अप्रैल-मई-जून की फीस जमा नहीं कराई है वे अपने आर्थिक कारणों का हवाला देते हुए अपने स्कूल प्रबंधक को लिखित में फीस जमा ना कराने का कारण बताएं और आर्थिक स्थिति ठीक होने पर आगे फीस देने के लिए कहें और अपनी किसी भी समस्या के लिए मंच के हेल्पलाइन नंबर पर व ईमेल आईडी [email protected] पर भी संपर्क करें, मंच उनकी पूरी मदद करेगा।