Metro Plus से Jassi Kaur की रिपोर्ट
Faridabad News, 28 जुलाई: राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एनएच-3 फरीदाबाद की सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, गाइडस तथा जूनियर रेडक्रॉस ने प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर वर्चुअल चेतना अभियान की शुरूआत की। ब्रिगेड अधिकारी, जूनियर रेडक्रॉस काउन्सलर व प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि विश्व हेपेटाइटिस दिवस वर्ष-2010 से मनाया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चिह्नित किए गए आठ वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई 2010 में एक प्रस्ताव पारित कर यह दिवस मनाने की घोषणा की थी। इससे पहले क्रोनिक वायरल हैपेटाइटिस के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व हेपेटाइटिस एलायंस ने 2008 में अभियान शुरू किया था। यह हेपेटाइटिस वायरस के कारण होने वाली संक्रामक बीमारी है। यह बीमारी मनुष्य के लीवर को भी संक्रमित करती है, जिस कारण से लीवर में सूजन और जलन पैदा होती है।
प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि हेपेटाइटिस यकृत की सूजन है, जिसे यकृत के ऊतकों में सूजन वाली कोशिकाओं की मौजूदगी से पहचाना जाता हैं। हेपेटाइटिस के पांच प्रकार होते हैं:- हेपेटाइटिस-ए, बी, सी, डी और ई। उन्होंने कहा कि विश्व की जनसंख्या का एक बड़ा भाग हेपेटाइटिस वायरस से संक्रमित है। हेपेटाइटिस वायरस का संचरण संक्रमित रक्त या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में जाने से होता है। हेपेटाइटिस के मुख्य लक्षण में व्यक्ति की आंखें और शरीर का रंग पीला पडऩे लगता है। इस संक्रमण की मुख्य पहचान पीलिया, दस्त, अपच, अतिसंवेदनशील त्वचा, भूख मिट जाना, उल्टी, पेट में दर्द, पेट में सूजन, थकान आदि लक्षण हैं। इन लक्षणों के अतिरिक्त बीमार महसूस करना, सिरदर्द होना, चिड़चिड़ापन बढऩा, अचानक शरीर नीला पडऩा भी लक्षणों में शामिल हैं। हेपटाइटिस मॉनसून के दौरान अधिक फैलता है, इसलिए इस मौसम में तैलीय, मसालेदार,मांसाहारी और भारी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। इस बीमारी से बचने के लिए शाकाहारी आहार, ब्राउन राइस, हरी पत्तेदार सब्जियां, विटमिन सी युक्त फल, पपीता, नारियल पानी, सूखे खजूर, किशमिश, बादाम और इलायची का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए।
प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा, कॉर्डिनेटर प्राध्यापिका जसनीत कौर तथा आशा वर्मा ने छात्रा निशा, रेखा कुमारी और भावना को सबसे सुंदर पोस्टर बना कर चेतना अभियान के लिए प्रथम, द्वितीय और तृतीय घोषित किया और निशा कुमारी, शिवानी, प्रीति, चंचल, खुशी, गुलबहार, पूनम सिंह और अंजलि का भी रचनात्मकता दर्शाने के लिए आभार व्यक्त किया।