Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Chandigarh, 31 अक्तूबर: हरियाणा पर्यटन निगम द्वारा 39वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला-2026 की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस सिलसिले में हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक एवं सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक डॉ. शालीन की अध्यक्षता में पंचकूला में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई जिसमें विभाग के आलाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, गतिविधि प्रमुखों और आयोजन समिति के सदस्यों ने भाग लिया।
बैठक में आगामी मेले की रूपरेखा, तैयारियों की प्रगति, बुनियादी ढांचे के सुधार कार्य, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की योजना, कलाकारों एवं शिल्पकारों की भागीदारी से जुड़े विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
डॉ. शालीन ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपनी-अपनी जिम्मेदारियों के अनुरूप तैयारी कार्य शीघ्र पूर्ण करें ताकि मेला-2026 का आयोजन और अधिक आकर्षक, सुव्यवस्थित और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप किया जा सके। उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेला हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक विरासत, लोक कला और हस्तशिल्प परंपरा का प्रतीक है। अत: इसकी तैयारियों में कोई भी कमी नहीं रहनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि इस बार मेले में देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अनेक विदेशी देशों के कलाकार और शिल्पकार भी भाग लेंगे, जिससे यह मेला सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैश्विक मित्रता का मंच बनेगा। साथ ही, पर्यटकों और दर्शकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पार्किंग, पेयजल, साफ-सफाई, सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और डिजिटल भुगतान व्यवस्था जैसी सुविधाओं को और सुदृढ़ किया जाएगा।
डॉ. शालीन ने कहा कि 39वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला फरीदाबाद में 31 जनवरी से 15 फरवरी 2026 तक आयोजित किया जाएगा। मेले में देश-विदेश से आने वाले लाखों पर्यटकों के लिए विविध आकर्षण तैयार किए जाएंगे, जिनमें थीम स्टेट की झलक, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, लोकनृत्य, व्यंजन गलियां, हैंडीक्राफ्ट बाजार और लाइव डेमोंस्ट्रेशन शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि मेले में भाग लेने वाले शिल्पकारों के लिए स्टॉल आवंटन प्रक्रिया 1 दिसंबर- 2025 से प्रारंभ की जाएगी। इसके लिए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।




