नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 26 अक्टूबर: शहर के मंदिर भी अब वहां आने भक्तजनों के लिए सुरक्षित नहीं हैं। वासना के पुजारी अब मंदिरों में भी बलात्कार करने से नहीं चुक रहे हैं। ऐसे हैवानों ने अब मंदिर जैसे पवित्र स्थानों को ही अपनी अय्याशी का अड्डा बना दिया है। ऐसा ही एक वाक्या सैक्टर-22 के प्राचीन वैष्णोंदेवी मन्दिर में घटित हुआ जहां मंदिर के ही एक ढोलकिये ने मंदिर में पूजा करने आई एक नाबालिग मासूम भक्तजन को ही अपनी हवस का शिकार बना डाला।
जानकारी के मुताबिक सैक्टर-22 में रहने वाली 10 साल की एक नाबालिग लड़की गत् 22 अक्तूबर को करीब 7:30 बजे सैक्टर-22 के प्राचीन वैष्णोंदेवी मन्दिर में पूजा करने के लिए गई थी। उस समय मंदिर में आरती हो रही थी। चौथी क्लॉस में पढऩे वाली इस नाबालिग पीडि़ता के अनुसार मंदिर के पंडित जी ने उससे कहा कि तुम भगवान जी के कपड़े लेकर ऊपर वाले कमरे मे रख आओं। इस पर वह भगवान जी के कपड़े लेकर ऊपर वाले कमरे में चली गई। पीडि़ता के मुताबिक तभी मन्दिर का ढोलकिया करीब 22 वर्षीय बंटी पुत्र किशनलाल उसके पीछे-पीछे ऊपर आ गया और उसने अन्दर से कमरा बंद करके उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला। यहीं नहीं आरोपी बंटी ने शोर मचाने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी। पंजाबी बिरादरी का बंटी पुत्र किशनलाल सैक्टर-22 की ही शिव कालोनी के मकान न०-82 में रहता है।
नाबालिग पीडि़ता की शिकायत पर सैक्टर-16 की महिला थाना पुलिस ने आरोपी बंटी पुत्र किशनलाल के खिलाफ धारा 450, 376, 506 आईपीसी-6 पाक्सो के तहत मुकद्मा न०-38/15 दर्ज कर लिया है। आरोपी बंटी को पुलिस ने अभी गिरफ्तार नहीं किया है। महिला थाने की एएसआई सुनीता इस मामले की जांच कर रही है।
चाईल्ड वेलफेयर कमेटी मदद को तैयार:-
नाबालिग मासूमों की मदद के लिए सरकार द्वारा गठित चाईल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के चेयरमैन एचएस मलिक का कहना है कि फिलहाल यह मामला उनकी जानकारी में नहीं है। फिर भी यदि बलात्कार की शिकार हुई मासूम नाबालिग को रहने के लिए किसी शैल्टर, कानूनी मदद या सरकार से किसी फाईनेंसियल मदद की जरूरत है तो सीडब्ल्यूसी इसके लिए हर तरह से तैयार है।