तंवर गुट में अपनी अनदेखी से नाराज थे प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 3 दिसम्बर: हरियाणा कांग्रेस में अभी तक तो दो ही गुट थे तंवर गुट तथा हुड्डा गुट। लेकिन फरीदाबाद में अब तंवर गुट में भी दो गुट बन गए है। एक गुट में जहां पुराने कांग्रेसी हैं वहीं नए गुट में ज्यादातर वे नेता है जोकि हाल ही में दूसरी पार्टियों को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इसी के चलते पार्टी में आजकल गुटबाजी ज्यादा हावी हो गई है।
यहीं कारण रहा कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक तंवर के होटल डिलाईट में आयोजित आज के कार्यक्रम में भी पार्टी पदाधिकारियों मेंं गुटबाजी खुलेआम देखने को मिली। अपने तय समय से करीब 2 घंटे देर से कार्यक्रम में पहुंचे अशोक तंवर ने हालांकि पार्टी में किसी भी प्रकार की गुटबाजी से इंकार किया लेकिन कार्यक्रम में प्रदेश स्तर के कई युवा पदाधिकारियों की गैर-मौजूदगी साफ बता रही थी कि उन पदाधिकारियों ने इस कार्यक्रम का बॉयकाट किया हुआ है। इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्व में हजकां की युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके तथा हाल ही में दोबारा से घर वापिसी करते हुए पुन: कांग्रेस में शामिल हुए राकेश भड़ाना ने किया था। इस कार्यक्रम में विकास चौधरी, परमजीत गुलाटी, राधा नरूला, राकेश भड़ाना, सीमा जैन, सतबीर डागर, बलजीत कौशिक, आनन्द कौशिक, बीआर औझा, ज्ञानचंद आहूजा आदि विशेष तौर पर मौजूद थे।
यहां यह बात भी ध्यान रहे कि प्रदेश स्तर के कई युवा पदाधिकारियों के एक गुट ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर के उक्त कार्यक्रम में आते समय बीच रास्ते में ही उन्हें सैनिक कालोनी के पास जम्हाई कालोनी पर रोककर उनका स्वागत तो किया था लेकिन वे होटल डिलाईट में आयोजित उस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे जहां अशोक तंवर बसपा की टिकट पर बल्लभगढ़ विधानसभा का चुनाव लड़ चुके एवं हजकां के जिला अध्यक्ष ओमपाल टोंगर को पार्टी में शामिल करवाने के लिए आए थे। जम्हाई कालोनी पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर का स्वागत करने वालों में प्रदेश कांग्रेसी कमेटी के सचिव एवं हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप शर्मा के भांजे सुमित गौड़, प्रदेश सचिव दिनेश चंदीला, प्रदेश सचिव ललित भड़ाना, प्रदेश सचिव किरण गोदारा मुजेसर, फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के अध्यक्ष रिंकू चंदीला, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेन्द्र शर्मा तथा अजय शर्मा आदि विशेष तौर पर शामिल थे।
बताया जा रहा है कि यह गुट अपने प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर से इसलिए नाराज है कि दुसरी पार्टियों से कांग्रेस में आने वाले नेताओं को पार्टी में शामिल करने से पहले ना तो उनसे कोई सलाह मशवरा लिया जा रहा है और ना उनसे इस बारे में कोई विचार विमर्श किया जा रहा। हालांकि इस बारे में फिलहाल कोई भी पदाधिकारी खुलकर नहीं बोल रहा है। लेकिन पार्टी में जिस तरीके से अंदर ही अंदर यह सुगबुगाहट चल रही है या कहिए बगावती सुर सुने जा रहे हैं उसे देखते हुए लगता है कि आने वाले दिनों में कोई ना कोई राजनैतिक बम जरूर फुटेगा। -क्रमश:
previous post