अवतार भड़ाना अपनी गिरेबां में झांककर देखें: देवेन्द्र भड़ाना
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 21 दिसम्बर: जिस तरह से कांग्रेस पार्टी से सांसद रहे अवतार सिंह भड़ाना ने भाजपा के शीर्ष नेताओं को अपनी राजनैतिक ताकत दिखाने और अपने आपको गुर्जर सम्राट साबित करने के लिए अपने जन्मदिवस समारोह पर 17 दिसम्बर को तिगांव में एक कार्यक्रम आयोजित किया, उसमें आई मुट्ठीभर भीड़ ने अवतार भड़ाना को उसकी औकात दिखा ही दी। समारोह में आरएसएस के मोहन भागवत, इंद्रेश, श्रीकृष्ण, ओम माथुर तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा के टॉप-10 नेताओं के आने तथा 50 हजार लोगों को निमंत्रण देने की बात कहकर समारोह में लाखों की भीड़ जुटाने का दावा करने वाले अवतार भड़ाना के इस कार्यक्रम में जिस तरह से मात्र डेढ़-दो हजार लोग ही बड़ी मुश्किल से जुटे हो, उससे उस नेता की असली औकात यानि उसके जनाधार का पता चलता है।
मजेदार बात तो यह है कि इन डेढ़-दो हजार लोगों में भी करीब 500 लोग तो केवल वहां रागिनी गाने, बैंड-बाजे तथा ढोल-नंगाड़े आदि वाले ही लोग थे जिनको कि जनता का मनोरंजन करने तथा उनको वहां रोके रखने के लिए किराया आदि देकर बुलाया गया था। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर बुलाए गए पुलिसकर्मी भी समारोह में भीड़ की संख्या को बढ़ाने में सहायक हो रहे थे, वो बात अलग है कि इसके बावजूद भी यह संख्या दो हजार के आंकड़े को पार नहीं कर पाई।
दोनों हाथों में लड्डू लेकर चल रहा है अवतार भड़ाना:-
इस समारोह की सफलता-विफलता को लेकर जब इनेलो सरकार के दौरान शहर के मेयर रह चुके देवेन्द्र भड़ाना से बात की गई तो उनका कहना था कि दो नावों पर पैर रखकर चलने वाले स्वयंभू गुर्जर सम्राट अवतार भड़ाना दूसरों पर लांछन लगाने से पहले तो ये बताएं कि वो बिना पार्टी के कौन सा चुनाव जीते हैं। यहां तक की वो स्वयं राष्ट्रीय पार्टी के चुनाव चिन्ह पर भी रिकार्ड मतों से चुनाव हार चुके हैं। इसलिए किसी पर भी आरोप लगाने से पहले उन्हें अपने गिरेबां में भी झांक लेना चाहिए, उन्हें अपनी औकात पता चल जाएगी। देवेन्द्र भड़ाना का कहना था कि अवतार भड़ाना दोनों हाथों में लड्डू लेकर चल रहा है। देवेन्द्र के मुताबिक दो नावों में पैर रखकर चलने वाले अवतार भड़ाना को पता होना चाहिए कि यदि दोनों नाव अलग-अलग हो जाएं तो उनका क्या हश्र होगा। लगता है इसका उसे आईडिया नहीं हैं।
रही बात समारोह में राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के आने की तो मैट्रो प्लस ने समारोह से पहले ही यह साफ कर दिया था कि अवतार भड़ाना के इस जन्मदिवस समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आना तो दूर भाजपा के स्थानीय सांसद व विधायकगण सहित भाजपा कार्यकर्ता भी इसमें शिरकत नहीं करेंगे और वो हुआ भी। कांग्रेस पृष्ठभूमि वाले अवतार भड़ाना के कार्यक्रम में यदि मुख्य अतिथि के तौर पर कोई आया तो वो भी अवतार का हमप्याला कहे जाने वाले केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र सिंह जोकि कांग्रेस पृष्ठभूमि से ही संबंध रखते है और वर्षों से हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने की लालसा में भाजपा में शामिल हुए। वो बात अलग है कि भाजपा में उन्हें मुख्यमंत्री का ताज तो नहीं मिला बल्कि कैबिनेट रैंक के मंत्री पद जरूर मिल गया जिससे कि वो संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए समय-समय पर वे मुख्यमंत्री बनने की लालसा में कोई ना कोई विवादास्पद बयान दागते रहते हैं। -क्रमश:
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