बुधवार से खुले रहेंगे सभी स्कूल: शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अनभिज्ञ थे डॉयरेक्टर के आदेशों से
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद/गुरूग्राम, 26 दिसंबर: यह उन स्कूली बच्चों के लिए बड़ी खुशी की खबर है कि जोकि किसी कारणवश घर में नहीं पढ़ पाते थे और स्कूल में जाकर पढऩे के इच्छुक थे, वहीं उनके लिए बुरी खबर है जोकि स्कूल में छुट्टियों की खबर सुनकर मौज-मस्ती करने का प्रोग्राम बना रहे थे। ध्यान रहे कि हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग के उन आदेशों को वापिस ले लिया है जिनमें प्रदेश के सभी स्कूलों, चाहे व प्राईवेट हो या सरकारी में 8 जनवरी तक छुट्टियां करने के आदेश जारी किए गए थे।
पाईनवुड इंटरनेशनल बोर्डिंग स्कूल के प्रिंसीपल नरेन्द्र परमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा विभाग के उक्त आदेशों के विरोध में आज कुछ स्कूल संचालकों का एक प्रतिनिधिमंडल,जिसमें उनके स्वयं सहित एचपीएससी के प्रदेश अध्यक्ष एस.एस.गोंसाई, जिला अध्यक्ष सुरेश चन्द्र तथा गुरूग्राम से कर्नल प्रताप सिंह शामिल थे हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा से उनके गुरूग्राम स्थित निवास पर मिला था। इस प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री को बताया कि शिक्षा विभाग ने 8 जनवरी तक जो सभी स्कूलों में सर्दियों की छुट्टी करने के आदेश जारी किए हैं वो न्यायोचित नहीं है क्योंकि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। श्री परमार के मुताबिक उन्होंने शिक्षा मंत्री को यह भी बताया कि फिलहाल ना तो कहीं कोहरा है और ना ही इतनी ठंड पड़ रही है कि स्कूलों की छुट्टियां की जाए।
बकौल नरेन्द्र परमार, प्रतिधिमंडल की सारी बातें सुनने के बाद उन पर सहमति जताते हुए शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने उसी समय प्रदेश के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डॉ.के.के. खंडेलवाल को फोन पर सारी वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए तत्काल प्रभाव से सभी स्कूलों में 8 जनवरी तक की गई छुट्टियों के आदेश वापिस लेने के आदेश जारी करते हुए स्कूलों के प्रतिनिधिमंडल को अपने-अपने स्कूल खोलने के लिए कह दिया।
शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अनभिज्ञ थे उक्त आदेशों से:-
वहीं दूसरी तरफ अत्यंत विश्वनीय सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पता चला है कि शिक्षा विभाग के डॉयरेक्टर राजीव रतन ने सभी स्कूलों में 8 जनवरी तक की गई छुट्टियों के जो आदेश जारी किए थे उनको करने से पहले उन्होंने इसके लिए शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा और प्रदेश के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डॉ.के.के. खंडेलवाल को ना तो इस बारे में जानकारी दी थी और ना हीं उनको विश्वास में लिया था। इन बातों में कहां तक सच्चाई है ये तो वो ही जाने लेकिन जिस तरीके से सरकार को अपने आदेश वापिस लेने पड़ रहे हैं उससे कहीं ना कहीं शिक्षा विभाग और सरकार की किरकिरी हो रही है।
गौरतलब रहे कि हरियाणा सरकार के उक्त तुगलकी आदेशों का विरोध होना शुरू हो गया जिसमें सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों, चाहे व प्राईवेट हो या सरकारी में 8 जनवरी तक छुट्टियां करने के आदेश जारी किए हैं। ये विरोधी स्वर किसी ओर के नहीं बल्कि प्राईवेट स्कूल संचालकों के उठ रहे हैं जोकि बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं ना कि उनकी सरकारी आदेशों की आड़ में छुट्टी। इनका कहना है कि स्कूलों की छुट्टी करने से वैसे तो उन्हें आर्थिक रूप से फायदा है लेकिन यदि हम इसको पढ़ाई के नजरिये से देखें तो छुट्टियां करने से स्कूली बच्चों की पढ़ाई खराब होती है और उनके स्कूलों का रिजल्ट खराब होता है।
पाईनवुड इंटरनेशनल बोर्डिंग स्कूल के प्रिंसीपल नरेन्द्र परमार