नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 8 अक्टूबर: रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद इंडस्ट्रियल टाऊन के सदस्यों ने आज थैलासिमियाग्रस्त बच्चों को नि:शुल्क दवाईयों तथा फल आदि का वितरण किया तथा फॉउंडेशन अगेंस्ट थैलासीमिया के प्रधान रविंद्र डुडेजा को 51 हजार रूपये का चैक भी थैलासिमियाग्रस्त बच्चों की दवाईयों के लिए भेंट किया। स्थानीय दौलतराम धर्मशाला में आयोजित इस नि:शुल्क दवाई वितरण समारोह में डिस्ट्रिक रोटरी जोन-10 के असिस्टेंट गर्वनर संदीप गोयल मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता एजी रो०सुरेश चंद्र ने की। पाली-मोहब्बताबाद क्रेशर जोन के प्रधान धर्मवीर भड़ाना तथा रो० राज भाटिया भी कार्यक्रम में विशेष तौर पर मौजूद थे। रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद इंडस्ट्रियल टाऊन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में क्लब की महिला सदस्यों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस नि:शुल्क दवाई वितरण कार्यक्रम में रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद इंडस्ट्रियल टाऊन के प्रधान महेंद्र सर्राफ, सचिव दिनेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष नवीन गुप्ता, प्रेजीडेंट इलेक्ट हरीश मित्तल, सुभाष जैन, सतीश गुप्ता, महेंद्र बब्बर, विवेक शर्मा, सुरेश अग्रवाल, सतीश फौगाट, मंजू सर्राफ, नेन्सी बब्बर, अनिता मित्तल, सुमन अग्रवाल, निकिता फौगाट आदि पदाधिकारी व सदस्य विशेष तौर पर मौजूद थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि असिस्टेंट गर्वनर संदीप गोयल ने संस्था द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों की सराहना करते हुए समाज के सभी वर्गों से अपील की कि समाज आगे आकर इन बच्चों की तन-मन-धन से सेवा करें तथा पुण्य के भागीदार बन कर बीमारी से लड़ रहे बच्चों को एक स्वस्थ जीवन जीने का मौका दे जोकि उनका हक है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जब जो भी जरूरत बच्चों को होगी वो पूरी करने की कोशिश करेंगे ताकि बच्चों को सुचारू रूप से दवा मिलती रहे।
इस अवसर पर फॉउंडेशन अगेंस्ट थैलासीमिया के प्रधान रविंद्र डुडेजा ने थैलासीमिया बीमारी के लक्षणों तथा कारणों को बताते हुए बताया की जल्द ही एक शिविर लगाया जाएगा जिसमें यह टेस्ट किया जाएगा की किन लोगों के यहां ऐसा बच्चा पैदा हो सकता है। इसी जानकारी से ही थैलासीमियाग्रस्त बच्चों का पैदा होना रोका जा सकता है। साथ ही विचार विमर्श किया जाएगा कि बच्चों को किस प्रकार बेहतर सुविधाएं दी जा सकती है। साथ ही जिन ब्लड बैंकों से बच्चों को रक्त मिल रहा है उन सभी का धन्यवाद किया और अगर वहां किसी भी समय रक्त की कमी होती है तो वह रक्तदाताओं को भेजकर रक्त की कमी को पूरा किया जा सकेगा। दवाईयों के लिए आ रही परेशानी के लिए सरकार को अवगत कराया जायेगा।