नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 29 दिसंबर: जो वस्तु बने। वह मानकों पर खरा उतरे। इसका ख्याल बनाने वाले को रखना चाहिए। खरीदारी करते समय भी उपभोक्ता तय मानकों को परखे। आईएसआई के मार्क को देखना चाहिए। जिससे प्रोडक्ट की गुणवत्ता के बारे में जानकारी हो सके। उक्त बातें भारतीय मानक ब्यूरो के वैज्ञानिक एफ कैटेगरी सुनील कुमार दिलबागी ने कहे। वे नीलम-बाटा रोड स्थित एक होटल में लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यशाला में उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के जिलाध्यक्ष अरुण बजाज ने की। संचालन महासचिव रविभूषण खत्री ने किया।
श्री दिलबागी ने कहा कि जमाना तेजी से बदल रहा है। ऐसे में गुणवत्ता के प्रति भी गंभीर होना पड़ेगा। जो प्रोडक्ट मानकों पर खरे न उतर रहे हों। उसे नहीं खरीदना चाहिए। उन्होंने ब्यूरो के कार्य व उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाले।
सी कैटेगरी के वैज्ञानिक ए.के. पोपली ने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो एक राष्ट्रीय मानक निकाय है। मानक तय कर इसे लागू कराना, उत्पाद व प्रणाली दोनों ही के लिए प्रमाणन योजना संचालित करना आदि प्रमुख कार्य हैं। इसके साथ उपभोक्ताओं में जागरूकता पैदा कराना भी एक महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने उद्यमियों को बताया कैसे अपने प्रोडक्ट को मानकों के अनुसार तैयार कर सकते हैं। उपभोक्ताओं को प्रोडक्ट खरीदने के पहले किस तरह से मानकों की जानकारी हासिल करनी चाहिए। जिससे वे बेहतर प्रोडक्ट खरीद सकें। इस मौके पर हॉलमार्क आदि की जानकारी दी गई। इसके पहले दोनों वैज्ञानिकों का कार्यशाला में पहुुंचने पर अध्यक्ष बजाज व महासचिव खत्री ने स्वागत किया। जागरूकता कार्यक्रम के लिए बधाई दी। इस अवसर पर संस्था के अन्य पदाधिकारी कौशल गोयल, मनोज रूंगटा, योगेश पहवा, आर.के. चावला, पवन गुप्ता, संजय अरोड़ा आदि उपस्थित थे।
लघु उद्योग भारती व भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में अपनी बात रखते संस्था के अध्यक्ष अरुण बजाज।
लघु उद्योग भारती व भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में अपनी बात रखते संस्था के महासचिव रविभूषण खत्री।